उदयपुर। शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर सवीना मैं ऐतिहासिक चातुर्मास के समापन पर आज उपाध्याय मुनि दयाऋषि गुरुदेव का मंगल विहार सवीना से बिछीवाड़ा के लिए हुआ।
सचिव कमलेश लखावला ने बताया कि उपाध्याय श्री के 4 माह के चातुर्मास में होने वाली उपलब्धि के लिए श्रावक द्वारा अपने मन के उद्धगार व्यक्त करने का कार्यक्रम रखा गया। चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत ने चातुर्मास के सफलता के लिए गुरुदेव से आशीर्वाद लिया व आने वाले समय मे पुनः सवीना मे चार्तुमास के लिए निवेदन किया। चार्तुमास मे किसी प्रकार अविनय व कुछ कमी रहने पर समाज की तरफ से क्षमा याचना की।
सवीना समाज के सचिव जीतमल सिंघवी, सेठ मांगीलाल लखावला, कमेटी के महामंत्री रमेश सिंघवी, संस्थान के अध्यक्ष नरेंद्र मुंडलिया, संस्थान के सांस्कृतिक सचिव राजकुमार वेलावत, रोशन चित्तोड़ा एवं श्रीमती कुसुम लखावला, मंजू मुण्डलिया, श्रीमती ज्योति वेलावत, सभी ने अपने उद्धगार व्यक्त किए व गुरुदेव को प्रतिक चिन्ह प्रदान किया। गुरुदेव के विहार मे भविषा, दीक्षांत लखावला द्वारा सभी श्रावको की आँखे नम कर देने वाली कविता प्रस्तुत की गई। मनीष वेलावत ने बताया की सवीना मन्दिर मे सेकड़ो लोग गुरुदेव के विहार मे साक्षी बने व सभी ने आशीर्वाद लिया।