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ये साधारण सावधानियां सोशल वैक्सीन की तरह कोरोना से रक्षा करेगी

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17 Oct 20
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ये साधारण सावधानियां सोशल वैक्सीन की तरह कोरोना से रक्षा करेगी

नई दिल्ली, केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग तथा सीएसआईआर के देश भर में फैले 67 संस्थानों के निदेशकों को कोरोना से बचाव के उपायों पर वर्चुअल रूप से संबोधित किया। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अपील को दोहराते हुए कहा कि उनके द्वारा बताए गए आसान उपायों के पालन से कोरोना को स्वयं से दूर रखना संभव है। डॉ. हर्ष वर्धन ने यह भी कहा कि वर्तमान में अनलॉक-5 के अंतर्गत देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कई गतिविधियां फिर से शुरू की गई हैं। इसका अर्थ यह नहीं कि जनता सावधानियों को भुला दे और साधारण सावधानियों का पालन करने में संकोच करे या उनकी जरूरत महसूस न करे। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में हमने नौ महीने की यात्रा पूरी कर ली है। इस दौरान की चुनौती हमारे लिए एक ऐसा अवसर बनी, जिससे देश स्वास्थ्य ढांचे का अभूतपूर्व विस्तार कर सका। देश में पर्याप्त संख्या में विशेष कोविड अस्पताल, विशेष कोविड केन्द्र और कोविड केयर सेंटर बनाए गए। कुल मिलाकर 19 लाख बिस्तर कोविड के मरीजों के लिए उपलब्ध कराए गए। देश में पीपीई, एन-95 मास्क और वेंटिलेटर की कमी थी और इनका भी विनिर्माण देश में नहीं होता था। आज हम इनका देश में विनिर्माण कर रहे हैं और निर्यात भी कर रहे हैं। कोरोना की शुरुआत में देश में केवल एक प्रयोगशाला थी, जबकि आज 1900 से अधिक प्रयोगशालाएं हैं। प्रतिदिन 10 से 15 लाख नमूनों की जांच हो रही है। अब तक कुल 9 करोड़ से अधिक जांच कर ली गई है।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि हम विश्व के विकासशील और संपन्न देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में हैं। देश की रिकवरी दर सबसे अधिक 87-88 प्रतिशत है, जबकि मृत्यु दर 1.52 प्रतिशत न्यूनतम है। कोरोना के खिलाफ जंग के दौरान हमारे कुछ समर्पित, निष्ठावान डॉक्टरों, नर्सों, अर्द्धचिकित्साकर्मियों को अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करते हुए जान गंवानी पड़ी। हम इन कोरोना वॉरियर्स को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ महीने में देश में वैक्सीन आ जाने की उम्मीद है। इसके लिए चिकित्साकर्मियों और जरूरतमंद लोगों की प्राथमिकता तय की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड के खिलाफ लड़ाई न तो कठिन है और न असंभव। इसे हराने के लिए सही तरीके से मास्क पहनना, मास्क से मुंह और नाक ढकना, बात करते हुए भी मास्क नहीं उतारना, आपस में दो गज की दूरी रखना और बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोना जरूरी है। ये साधारण उपाय हमारे लिए सोशल वैक्सीन है, जो हमें घातक कोरोना से बचा सकते हैं, हमारी जान की रक्षा कर सकते हैं।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि इन सावधानियों का शत-प्रतिशत लोगों को पालन करना होगा। ऐसा करते हुए हम कुशलतापूर्वक वायरस के प्रसार को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपनी अपील में इन सावधानियों को जन-आंदोलन बनाने का आह्वान भी किया है। प्रधानमंत्री का यह संदेश देश के कोने-कोने में सभी व्यक्तियों के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग तथा सीएसआईआर के संस्थान देश के सभी राज्यों और छोटे-बड़े शहरों में स्थित हैं। इसलिए इन संस्थानों के निदेशकों को नेतृत्व की भूमिका निभाते हुए इन सावधानियों की जानकारी सभी लोगों और अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को देनी है। उन्हें समझाना होगा कि कोरोना काल में आत्म रक्षा का उपाय केवल ये साधारण सावधानियां हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दो-तीन महीने महत्वपूर्ण हैं, सर्दियों के महीनों में श्वसन से जुड़ी बीमारियां लोगों को परेशान कर सकती हैं। त्योहारों के मौसम में लोगों की सलाह दी जानी चाहिए कि वे घर में त्योहार मनाएं और भीड़भाड़ से बचें।

डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि ये साधारण सावधानियां समाज के सभी वर्गों को आंदोलित करेंगी और उन्हें इनका पालन करने के लिए प्रेरित करेंगी। उन्होंने कहा कि आज आश्यकता इस बात की है कि हम सभी लोगों को कोरोना के खिलाफ सुरक्षा चक्र दें। इन सावधानियों के पालन से अपने-आप सुरक्षा चक्र मिल सकता है। माननीय प्रधानमंत्री जी की अपील के मायने हैं कि कोरोना से किसी की जान का खतरा न हो। यदि हम एकजुट होकर इन सावधानियों का पूरी तरह पालन करेंगे तो कोरोना पर शीघ्र विजय प्राप्त करना आसान होगा।


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