GMCH STORIES

खादी से नहीं होते चर्म रेागृ -लक्ष्मीनारायण पण्ड्या

( Read 13432 Times)

07 Dec 19
Share |
Print This Page
खादी से नहीं होते चर्म रेागृ -लक्ष्मीनारायण पण्ड्या

उदयपुर। खादी एवं ग्रामोद्योग सचिव जयपुर के हरिमोहन मीणा ने कहा कि खादी संस्थाओं द्वारा खादी उत्पाद में किये जा रहे नवीन शोध के चलते जहंा युवाओं में क्रेज बढ रहा है वहीं भारत व राज्य सरकारों द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के माध्यम संस्थाओं द्वारा किये जा रहे उत्पादन में वृद्धि कर उसकी लागत घटानें पर विचार किया जा रहा है ताकि खादी को हर तबका अपना सकें।

वे आज राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड जयपुर की ओर से संभाग कार्यालय जिला उद्योग केन्द्र के माध्यम से टाउनहॉल में आज सें प्रारम्भ हुई संभाग स्तरीय १६ दिवसीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्षनी के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्हने कहा कि खादी संस्थायें जिन्स ज्ैासे प्रोडक्ट लाने पर विचार कर रही है ताकि युवाओं को खादी संस्थाओं को और अधिकाधिक रूप से जोडा जा सकें। खादी संस्थाओं द्वारा ईको फ्रेन्डली खादी का भी निर्माण किया जा रहा है।

उन्हने बताया कि राज्य सरकार द्वारा दी गई छूट के चलते गत १ अप्रेल से १ अक्टूबर तक खादी संस्थाओं ने राज्य में १२.७८ करेाड की तथा राज्य सरकार द्वारा छूट को बढकर ५० प्रतिशत किये जाने के बाद मात्र अक्टूबर माह में ही खादी की बिक्री २४ करोड पार कर गई। इतनी बिक्री तो आज तक राजस्थान में कभी नहंी हुई। खादी निर्माण में काम आने संसाधनों में अब कुछ नवीनता लाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। लघु खादी परियोजना के तहत संस्थाओं की सहायता की जा रही है।

इस अवसर पर जिला उद्वोग केन्द्र के पूर्व खादी उप निदेशक प्रकाशचन्द्र गौड ने बताया कि गत ३५ वर्षो से उदयपुर खादी प्रदर्शनी लगायी जा रही है। खादी संस्थाओं ने अपने उत्पादों की गुणवत्ता में काफी सुधार किया है। इस प्रदर्शनी में २५०० से अधिक की खरीद पर ३५० रूपयें का गिफ्ट हेम्पर दिया जा रही है। प्रदर्शनी में राजस्थान खादी के उत्पादों पर ५० प्रतिशत तथा राज्य से बाहर की खादी के उत्पादों पर १५ प्रतिशत की छूट दी जा रही है।

खादी से नहीं होते चर्म रेाग-राजस्थान आदिम जाति सेवक संघ जयपुर के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पण्ड्या ने कहा कि टेक्सटाईल में निर्मित होने वाले वस्त्रों से चर्म रोगों में वृद्ध हुई है लेकिन खादी के वस्त्र पहनने से किसी भी प्रकार से ये रोग नहीं होते है। राजस्थान के इतिहास में पहली बार खादी पर ५० प्रतिशत छूट दी जा रही है ताकि खादी को बढावा मिले। भारत सरकार को भी खादी को जीएसटी से मुक्त रखा जाना चाहिये ताकि खादी को बढावा मिलें। खादी को नरेगा से जोडा जाना चाहिये ताकि रोजगार व खादी उत्पादन में वृद्धि हो सकें।

इस अवसर पर ग्रामोद्योग विकास मण्डल देवगढ के अध्यक्ष जीतमल कच्छारा, नव निर्माण संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र बया ने कहा कि देश में २५०० खादी संस्थायें काम कर रही है। प्रारम्भ में अतिथियों ने मॉली खोलकर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। कार्यक्रम पश्चात सभी अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में प्रदर्शनी संयोजक गुलाबसिंह गरासिया,पप्पू खण्डेलवाल सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like