भगवान महावीर के साथ आशाराम का चित्र छपने से जैन समाज से रोष- आचार्य लोकेश
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04 Aug 15
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नई दिल्ली, आचार्य डा. लोकेश मुनि ने राजस्थान के स्कूलों के पाठ्यक्रम में पढाई जा रही पुस्तक जिसमें भगवान महावीर, गुरु नानक, भगवान बुद्ध, स्वामी विवेकानंद, मदर टेरेसा, रामकृष्ण परमहंस के साथ आशाराम के चित्र छपने की घोर निंदा करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार को जल्द इस पुस्तक को स्कूलों से हटा लेना चाहिये|
उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के साथ आशाराम की फोटो छपने से जैन समाज को भारी ठेस पहुंची है| एक ओर तो आशाराम जेल में है तथा न्यायालय में उनपर बलात्कार का मुकदमा चला रहा है और दूसरी ओर बच्चों को उन्हें संत के रूप में पढाया जा रहा है यह बेहद शर्मनाक बात है|
आचार्य लोकेश ने कहा कि यह शिक्षा विभाग की कमजोरी है कि आशाराम के जेल में होने के बावजूद यह किताब स्कूल में पढाई जा रही है | उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आशाराम लगभग दो सालों से जेल में है फिर उसकी फोटो पढाई की किताबों में कैसी आ गई, इसका पूर्ण ब्यौरा हासिल कर सम्बंधित अधिकारियों पर कार्यवाही करनी चाहिए|
इस सन्दर्भ में आचार्य लोकेश आश्रम में अहिंसा विश्व भारती के पदाधिकारियों की बैठक हुई जिसमें जैन धर्म के प्रमुख वरिष्ठ महानुभावों ने भाग लिया तथा एक स्वर में उपरोक्त पुस्तक को पाठ्यक्रम से हटाने की मांग की |
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