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शास्त्री जी ने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया : खराड़ी

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02 Oct 25
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शास्त्री जी ने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया : खराड़ी

उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी शहर जिला उदयपुर की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर आज श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए।

मीडिया प्रभारी डॉ सीमा चंपावत ने बताया कि गुलाब बाग स्थित गांधी मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर गांधी जी के सत्य, अहिंसा और स्वच्छता संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया। इसके पश्चात शास्त्री सर्कल चौराहा पर लालबहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके सादगीपूर्ण जीवन, त्याग और “जय जवान, जय किसान” के नारे को याद किया गया।

राजस्थान जनजाति क्षेत्रीय विकास व गृह रक्षा विभाग मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने की पूर्व प्रधानमंत्री ने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया हमेशा वह सादगी से जिये,रेल मंत्री रहते हुऐ जब रेल दुर्घटना होगई तो बड़ी विनम्रता से सारी जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। इस तरह के कई उदाहरण थे जिन पर देश को आज भी गर्व है।

 

भाजपा शहर जिला अध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा कि आज दो महत्वपूर्ण महापुरुषों की जन्म जयंती है है महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी की उस समय महात्मा गांधी जी ने आजादी के लिए ब्रिटिश सरकार के खिलाफ असहयोग और सविनय अवज्ञा आंदोलनों का नेतृत्व किया। इसके साथ ही  असहयोग आंदोलन विदेशी वस्तुओं और ब्रिटिश संस्थानों का बहिष्कार करना,नमक सत्याग्रह ब्रिटिश कानून के खिलाफ एक महत्वपूर्ण विरोध व अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन 1942 के तहत तुरंत आजादी दिलाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन के माध्यम से देश को अहिंसा से आजादी के लिए एकजुट किया।

 

लोकसभा सांसद डॉ.मन्नालाल रावत ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने जब देश में खाद्य वस्तुओं की कमी होने लगी और आज की तरह ही अमेरिका अपनी दादागिरी पर उतर आया को गेहूं दे से मन कर दिया तो प्रत्येक देशवासी को एक दिन का व्रत रखने का आहवान किया ओर देश को जय जवान-जय किसान का नारा देते हुये भारत में हरित क्रांति के माध्यम से देश में खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि करके भारत को खाद्य आत्मनिर्भर बनाना और गरीबी व भुखमरी को कम करना था। प्रधानमंत्री शास्त्री के वक्तव्य से भारत की जनता का मनोबल बढ़ा और सारा देश एकजुट हो गया। 

 

प्रदेश संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ प्रमोद सामर ने गांधी जी ने सारा जीवन सत्य और अहिंसा का पालन करते हुए भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करने में गुजार दिया इसके साथ ही सामाजिक सुधार गांधीजी ने जातिवाद, साम्राज्यवाद और सांप्रदायवाद जैसी बुराइयों के खिलाफ संघर्ष किया और समाज में सुधार लाने का प्रयास व महिला सशक्तिकरण के तहत उन्होंने महिलाओं के अधिकारों के विस्तार के लिए भी अभियान चलाते हुए,धार्मिक सद्भाव उन्होंने धार्मिक और जातीय सद्भाव को बढ़ावा देने पर जोर दिया था।

 

इस अवसर पर राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री बाबूलाल जी खराड़ी,उदयपुर सांसद श्री मन्ना लाल जी रावत, उदयपुर ग्रामीण विधायक श्री फूल सिंह जी मीणा, जिलाध्यक्ष भाजपा उदयपुर शहर गजपाल सिंह राठौड़, सहकारिता के वरिष्ठ श्री प्रमोद सामर जी, महामंत्री शहर जिला भाजपा श्री पारस सिंघवी,देवीलाल सालवी,पंकज बोराणा, सुंदर सिंह भंडारी मंडल अध्यक्ष श्रीमती रुचिका चौधरी,पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं जिला मंत्री सिद्धार्थ शर्मा जी, खुश्बू जी मालवीय,कार्यालय मंत्री मांगू सिंह जी रावत,महेश्वर प्रसाद जी शर्मा,कुसुम जी पवार,शोभा जी मेहता,सज्जन जी श्रीमाली, शीतल जी खंडेलवाल,पंकज जी अहीर, विजय गोधा,चौसर माली,शंकर प्रजापत,गिरिराज सालवी,मुकेश जी धायभाई,दिलीप जी मेहता पंकज जी अहीर,मांगीलाल जी खटीक महामंत्री सुंदर सिंह भंडारी मंडल राकेश जैन आदि अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

 

भारतीय जनता पार्टी शहर जिला महामंत्री पारस सिंघवी पंकज बोराणा ने कार्यक्रम का संचालन और समग्रता देते हुए बताया कि वक्ताओं ने महात्मा गांधी का सत्य और अहिंसा का मार्ग तथा शास्त्री जी की सादगी और ईमानदारी भारतीय समाज और राजनीति के लिए आज भी प्रेरणास्रोत हैं। दोनों महापुरुषों के विचार राष्ट्र निर्माण के पथप्रदर्शक बने रहेंगे।

महामंत्री देवीलाल सालवी ने 17 सितंबर से शुरू हुए सेवा पखवाड़े की संपूर्ण जानकारी दी।

 

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रहित में सेवा और समर्पण की शपथ के साथ हुआ।


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