उदयपुर। उदयपुर की सुप्रसिद्ध पिछोला झील के पश्चिमी तट पर श्री सरदार स्वरूप श्याम जी मंदिर स्थित घाट पर 'पानी का क्या हुआ ?' काल्पनिक भविष्य में एक खाली झील के परिदृश्य की कल्पना करके पानी के महत्व को समझना' विषय पर एक स्केचिंग कार्यशाला आयोजित की गई , जिसमें महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल के कक्षा 6 से 9 तक के 15 छात्रों ने भाग लिया ।
फ्रांसीसी कलाकार सुश्री मैरीलीन नीग्रो ( फिल्म निर्माता ) , सुश्री सैलिया लेबर्बी ( वास्तुकार ) के सहयोग से छात्र ने बिना पेंसिल, इरेजर और रूलर के फेल्ट पेन और स्केच पेन का उपयोग करके अन्य वास्तुकला जैसे संग्रहालय , चिड़ियाघर , ऐतिहासिक स्थानों और स्मारकों को संरक्षित करने वाली इमारते , विभिन्न प्रकार के वृक्षारोपण आदि के परिदृश्य बनाए ।
यह छात्रों के लिए एक अनोखी सीख और अनुभव था, जिसमें कभी भी झीलों के बिना सुंदर उदयपुर की कल्पना नहीं कर सकते , लेकिन मेहमानों और मेहमानों के सुझावों और कल्पना का उपयोग करके पानी के बिना एक झील के किनारे की कल्पना की ।
कार्यशाला अध्यापक श्री भावेश साहू , श्रीमती श्वेता सुखवाल के दिशा निर्देशन में संपन हुई ।