उदयपुर। संस्कृत भारती के तत्वावधान में रक्षाबंधन पर्व के साथ शुरू हुए संस्कृत सप्ताह के तहत शनिवार को संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता में बच्चों की सुमधुर प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। एक दिन पूर्व संस्कृत श्लोक आधारित चित्रकला प्रतियोगिता में नजर आए बच्चों के उत्साह के बाद शनिवार को संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता में भी प्रतिभागियों का खासा उत्साह नजर आया। 20 से अधिक संस्थानों से करीब 250 प्रतिभागी शामिल हुए।
प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. यज्ञ आमेटा ने बताया कि आलोक स्कूल सेक्टर-11 के व्यास सभागार में आयोजित संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता दो वर्गों में हुई। कनिष्ठ वर्ग में 19 तो वरिष्ठ वर्ग में 18 समूहों की प्रतिभागिता रही। प्रतियोगिता में डॉ. मधुबाला जैन, रेणु पालीवाल ने निर्णायक की भूमिका निभाई। हर समूह में 7 प्रतिभागी शामिल थे। समूहों के साथ विभिन्न वाद्य यंत्र वादक भी रहे। ‘जयतु संस्कृम, जयतु भारतम’, ‘सरल भाषा संस्कृतम, सरस भाषा संस्कृतम’, ‘मृदपि च चन्दनमस्मिन् देशे ग्रामो ग्रामः सिद्धवनम’, ‘हरिमन्दिरमिदमखिलशरीरम, धनशक्ती जनसेवायै, यत्र च क्रीडायै वनराजः, धेनुर्माता परमशिवा’, ‘सर्वलोकेषु रम्यं हि भारतमस्मदीयं, मदीयम’, ‘भवतु भारतं भवतु भारतं’ आदि संस्कृत गीतों के सुमधुर गायन से प्रतिभागियों ने सभी का मन जीत लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आलोक संस्थान के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत, संस्कृत शिक्षा विभाग के पूर्व संभागीय शिक्षा अधिकारी डॉ. भगवती शंकर व्यास ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करने के साथ संस्कृत के महत्व को समझाया।
प्रतियोगिता में सेंट्रल एकेडमी सरदारपुरा, सेक्टर-3, सेक्टर-5, एमडीएस, डीपीएस, एमएमवीएम, एमएमपीएस, सेंट एंथोनी, स्कॉलर्स एरिना, महावीर एकेडमी, रॉकवुड पब्लिक स्कूल, आलोक स्कूल हिरण मगरी, आलोक स्कूल पंचवटी, गुरु नानक स्कूल, नोबल इंटरनेशनल, विट्टी इंटरनेशनल, नीरजा मोदी, आरडीएमपीएस, रॉयल एकेडमी, इंडो अमेरिकन आदि संस्थानों से प्रतिभागी शामिल हुए।
संस्कृतभारती के सदस्य नरेंद्र शर्मा, डॉ हिमांशु भट्ट, रेखा सिसोदिया, दुष्यंत कुमावत आदि उपस्थित रहे।