उदयपुर। सावन की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन उत्सव के साथ ही संस्कृत भारती की ओर से संस्कृत सप्ताह का शुभारंभ हुआ। संस्कृत सप्ताह का शुभारंभ उदयपुर के प्रसिद्ध जगदीश मंदिर में भगवान जगन्नाथ स्वामी के चरणों में रक्षा सूत्र समर्पण के साथ हुआ। इसके बाद आमजन को रक्षा सूत्र बांधकर संस्कृति रक्षण संकल्प कराया गया। इसी दौरान वहां पर मौजूद विदेशी सैलानियों को भी रक्षा सूत्र बांधे गए रक्षा। सूत्र बंधवाकर विदेशी सैलानी प्रफुल्लित हुए और उन्होंने भी रक्षा बंधन का महत्व समझ कर सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम प्रभारी मंगल कुमार जैन ने बताया कि भगवान जगदीश से आशीर्वाद के बाद जब विदेशी सैलानियों को रक्षा सूत्र बांधे गए तो उन्होंने रक्षाबंधन पर्व की जानकारी चाही। रक्षाबंधन पर्व का महत्व समझाने के बाद उन्होंने भी सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दी, साथ ही हैप्पी संस्कृत डे भी कहा।
जगदीश मंदिर के बाद संस्कृत भारती के कार्यकर्ता अंबा माता थाना पहुंचे जहां पुलिस कर्मियों को रक्षा सूत्र बांधकर न्याय की रक्षा का संकल्प दिलाया गया।
जैन ने बताया कि आमजन को विश्व संस्कृत दिवस की शुभकामनाएं भी प्रेषित की गई। उन्होंने कहा की संस्कृति हमारे देश और हमारी संस्कृति की आत्मा है, संस्कृत भाषा को व्यवहारिक भाषा बनाने तथा आधिकारिक महत्व देने की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि संस्कृत सप्ताह के तहत 5 सितंबर तक विभिन्न आयोजन होंगे। इसके बाद 9 सितंबर को जनपद सम्मेलन व प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन होगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ हिमांशु भट्ट , नरेंद्र शर्मा, दुष्यंत नागदा, रेखा सिसोदिया, डॉ रेनू पालीवाल, डॉ यज्ञ आमेटा, कुलदीप जोशी, चैन शंकर दशोरा आदि उपस्थित रहे।
सप्ताह के तहत आज दूसरे दिन(दिनांक 31 अगस्त) गुरुवार को प्रताप गौरव केंद्र पर अपराह्न 4:30 बजे पौधारोपण कार्यक्रम होगा।