संस्कृतभारती द्वारा संस्कृत को जन भाषा बनाने तथा संस्कृत के विकास व उत्थान की दिशा में किए जा रहे अथक प्रयासों को पूर्ण सहयोग प्रदान करने एवं संस्कृत व संस्कृति के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत रहकर अपना पूर्ण योगदान देने के लिए आलोक संस्थान के निदेशक, समाजसेवी, पर्यावरण प्रेमी, फिल्म निर्माता डॉ प्रदीप कुमावत को संस्कृतभारती की ओर से प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ.यज्ञ आमेटा, विभाग संयोजक दुष्यंत नागदा, महानगर संपर्क प्रमुख डॉ हिमांशु भट्ट ने प्रतीक चिन्ह व "संस्कृतं वदतु" नामक संशोधित पुस्तक भेंट कर अभिनंदन किया।
इस अवसर पर नरेंद्र शर्मा, चैनशंकर दशोरा, डॉ रेनू पालीवाल,रेखा सिसोदिया, भूपेंद्र शर्मा, मंगल जैन आदि भी उपस्थित रहे ।
संस्कृत पुस्तक में उपलब्ध विषय वस्तु सामान्य व्यवहार व रोजमर्रा में प्रयोग किए जाने वाले सरल संस्कृत शब्द व वाक्य " मम नाम-भवत: नाम, नमो नमः आदि आकर्षक रहे।