अखिल भारतीय महाविद्यालय छात्र सम्मेलन व विश्व लघुचलचित्रोत्सव (अंतरराष्ट्रीय संस्कृत शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल) जनवरी में।
संस्कृत भाषा का प्रचार एवं संवर्धन करने के लिए 'संस्कृत भारती' यह संस्था भारतवर्ष में एवं पूरे विश्व में कार्य करती है।
इस उद्देश्य से संस्कृत भारती के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख शिरीष कुमार जी का उदयपुर में प्रवास हुआ जिसके अंतर्गत उदयपुर सेक्टर 4 स्थित विश्व संवाद केंद्र पर एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें संस्कृत भारती उदयपुर विभाग एवं प्रचार गण के सदस्य के साथ विचार विमर्श किया।
संस्कृत भाषा केवल अर्थ उपार्जन अथवा कक्षा अध्ययन तक ही सीमित ना रहे बल्कि आमजन के व्यवहार में उतरे जिसका विस्तार अत्यंत आवश्यक है। संस्कृत भाषा है जिसमें परस्पर व्यवहार में संभाषण हो, लोग आपस में बोलें, इस दृष्टि से तरह तरह के उपक्रम संस्कृतभारती द्वारा चलाये जाते है,जिसमे 10 दिवसीय संभाषण शिविर, आवासीय संभाषण शिविर, प्रबोधन वर्ग, प्रशिक्षण वर्ग, संस्कृत बाल केंद्र, गीता शिक्षण केंद्र आदि।
हाल ही अभी पानीपत के पास समालखा क्षेत्र में अखिल भारतीय महिला सम्मेलन किया। इसमें 2900 महिलाओ ने भाग लिया।
अभी जनवरी माह में अखिल भारतीय महाविद्यालय छात्र सम्मेलन नागपुर में करने जा रहे है, जो छात्र संस्कृत में बात करते हैं ऐसे सभी छात्रों का सम्मेलन वहां होना है,संस्कृत भाषा व्यवहार में आए, इस दृष्टि से वर्तमान में संस्कृत भाषा के प्रति युवाओं का सहभाग बढ़ रहा है, संस्कृत भाषा अपने घर में भी बोली जाए अपना घर भी संस्कृत घर हो, इस दृष्टि से पूरे देश में नगरों में ग्रामीण क्षेत्र में पहाड़ी इलाकों में लोग रुचि से आगे आ रहे हैं, सबका साथ भाग निरंतर बढ़ रहा है इस दिशा में ही हम यह *अखिल भारतीय छात्र महाविद्यालय कर रहे हैं, इसीमें विश्व संस्कृत लघु चलचित्रोत्सव यानी (international sanskrit short film festival)* भी कर रहे है, इस लघु चलचित्र उत्सव शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल द्वारा संस्कृत के लघु चलचित्र शॉर्ट फिल्म्स बनाई जाए इसके माध्यम से भी संस्कृत भाषा का प्रचार हो इस दृष्टि से यह उपक्रम हम आयोजित कर रहे हैं
आप सब लोग इस उपक्रम में सहभाग लें तथा संस्कृत भाषा और उसके माध्यम से भारत की संस्कृति का संवर्धन हो, अपना देश अपनी संस्कृति के द्वारा बलिष्ठ हो, सामर्थ्य सम्पन्न हो, विश्व गुरु हो, आप सभी इस उपक्रम की पूर्णता में सहयोग करे,ऐसी प्रार्थना है, यह विचार संस्कृत भारती के अखिल भारतीय प्रश शिरीष कुमार जी ने कार्यकर्ताओं के समक्ष रखें।इस अवसर पर संस्कृत भारती के राजस्थान क्षेत्र प्रभारी व अखिल भारतीय पत्राचार प्रमुख हुल्लास चंद्र जी का भी सानिध्य रहा।
साथ ही बैठक में मुख्य रूप से प्रान्त प्रचार प्रमुख डॉ यज्ञ आमेटा, सह प्रचार प्रमुख तरुण दवे, विभाग प्रचार प्रमुख नरेश यादव, डॉ हिमांशु भट्ट ,दुष्यंत नागदा, भूपेंद्र शर्मा, रेखा सिसोदिया, डॉ रेनू पालीवाल , अर्चना जैन, चैनशंकर दशोरा, मंगल कुमार जैन, दुर्गेश शर्मा, आदि उपस्थित रहे।