उदयपुर। सवीना में उपाध्याय श्री 108 दयाऋषि महाराज व मुनि 108 शैलनन्दी महाराजका संघ का चातुर्मास हेतु भव्य नगर प्रवेश हुआ।
चार्तुमास कमेटी के महामंत्री रमेश सिंघवी ने बताया कि गमेर बाग से प्रातः 8.15 बजे विहार कर खेड़ा सर्कल पर भव्य स्वागत किया गया। शोभायात्रा में पुष्प वर्षा की गई जुलुस मंे आगे हाथी, 11 घोड़े, बालिकाएं कलश लेकर, उसके बाद श्रावक चल रहे थे। शोभायात्रा के मार्ग में गुरुदेव के स्वागत के लिए जगह-जगह 31 स्वागत द्वार लगाए गए व भक्तांे ने शोभा यात्रा के दौरान प्रभावना वितरीत की व जगह जगह गुरुदेव का प्रक्षालन किया गया। महिलाएं व पुरुष साफे बांध कर शोभायात्रा में चल रहे थे। जैन भजन पर महिलाओं ने अपनी प्रस्तुति दी।
चार्तुमास कमेटी के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत ने चार्तुमास मे होने वाले गतिविधियों की जानकारी दी। शांतिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में प्रवेश के बाद मंगलाचरण व दीप प्रज्जवलन के बाद उपाध्याय श्री 108 दयाऋषि गुरदेव ने अपने मंगल प्रवचन से जैन धर्म को बढ़ाना व साथ लेकर चलना व सवीना मे पहली बार चार्तुमास को लेकर जो लोगों मंे उत्साह दिखा, उसके लिए गुरुदेव ने सवीना नगर को सम्मान नगर नाम से सम्बोधित किया गया।
श्री 108 शैलनन्दी गुरुदेव ने अपने मंगल प्रवचन मंे चार्तुमास मे होने वाले धार्मिक कार्यक्रम विधान, बच्चों के जैन शिविर, णमोकार के जाप व अन्य कार्यक्रम की रूप रेखा के बारंे मंे बताया। सभी भक्तो ने बढ़ चढ़ कर विधान, पगप्रक्षालंन, आरती, शास्त्र भेंट की बोली में बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
संस्थान के अध्यक्ष नरेन्द्र मुण्डलिया ने बताया कि शोभायात्रा मे सेठ देवीलाल लखावला, जीतमल सिंघवी, सेठ शांतिलाल गदावत, नाथूलाल खलुडिया (तहसीलदार), सुन्दरलाल डागरिया, लोकेश मुण्डलिया, जयंती लाल वेलावत, शांतिलाल खलुडिया (तहसीदार) व अन्य समानजन उपस्थित थे। इस अवसर पर बाहर से आयें सभी मेहमानो का स्वागत कर सामान किया व स्वामीवात्सल्य के आयोजन किया गया।