उदयपुर । राज भवन राजस्थान द्वारा आहूत आनलाइन बैठक में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के राज्यपाल के अनुदेशानुसार गोद लिये गये आदर्श ग्राम हायला और विसमा में किये गये उल्लेखनीय कार्यो की प्रशंसा करते हुए माननीय राज्यपाल महोदय श्री कलराज मिश्र ने कुलपति डा. नरेन्द्र सिंह राठौड तथा नोडल अधिकारी डा. इन्द्रजीत माथुर को उनके इन प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने इसे अन्य विश्वविद्यालयों के लिए आदर्श मानकर कार्य करने की सलाह दी। बैठक में राज्यपाल सचिवालय में अतिरिक्त सचिव एवं जनजाति कल्याण निदेशक डा. कविता सिंह ने पीपीटी प्रदर्शन के माध्यम से बताया कि एमपीयूएटी ने स्वप्रेरित नवाचारों के माध्यम से स्थानीय कृषकों एवं कृषक महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक उत्थान में उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्होंने बताया कि आजीविका सृजन के लिए सीताफल प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित कर 500 से अधिक महिलाओं को इसके विपणन का प्रशिक्षण भी दिया गया। इसी प्रकार कृषि के महत्वपूर्ण आदानों का वितरण करते हुए प्रतापधन मुर्गी पालन, बीजू बकरे, 3000 से अधिक फलों के पौधे, 34 वर्मीकम्पोस्ट इकाइयाॅं, खाद, हाइब्रिड मक्का बीज किट, सौर मक्का डी हस्कर. जैविक खेती के विकास हेतु 3000 से अधिक कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया साथ ही निजी संस्थाओं एवं सांसद मद से राशि उपलब्ध करवाकर स्कूलों में 7.5 लाख रूपयों से अधिक राशि का फर्नीचर, स्मार्ट क्लासरूम, जल संरक्षण संरचना एवं शौचालय का निर्माण जैसे उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं। इन कार्यों से स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के अवसर मिले जिनसे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।