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निम्स एवं पंडित दीनदयाल शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर के मध्य हुआ एमओयू

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09 May 24
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निम्स एवं पंडित दीनदयाल शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर के मध्य हुआ एमओयू

निम्स एवं पंडित दीनदयाल शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर के मध्य हुआ एमओयू संपन्न, आपसी शैक्षणिक सहयोग के साथ दोनों विश्वविद्यालय संयुक्त रूप से मिलकर करेंगे कार्य

विद्यार्थिओं के कौशल विकास, शैक्षिक शोध-अनुसंधान, शिक्षक प्रशिक्षण एवं सहित समग्र अकादमिक विकास पर दोनों विश्वविद्यालयों ने जताई आपसी सहमति

नवाचार की साझा दृष्टि के साथ दोनों विश्वविद्यालय बढ़ेंगे आगे: प्रो. अमेरिका सिंह, सलाहकार निम्स

संकाय विकास के नवीन अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा एमओयू : प्रो.अनिल कुमार राय,कुलपति

 सीकर , निम्स विश्वविद्यालय जयपुर एवं पंडित दीनदयाल शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर के मध्य आज एमओयू संपन्न हुआ। दोनों पक्षो ने आपसी सहयोग, संयुक्त कार्यक्रमों और शैक्षणिक विकास के अवसरों पर सहमति जताई हैं। दोनों विश्वविद्यालयों ने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा करने एवं आपसी साझेदारी को मज़बूत करने तथा शिक्षा, कौशल विकास, गहन तकनीकी अनुसंधान एवं पारस्परिक हित के विभिन्न क्षेत्रों में जुड़ाव बढ़ाने के बारे में भी सार्थक बातचीत की। साथ ही दोनों ने उच्च शिक्षा मे सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। इस अवसर पर कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय एवं निम्स विश्वविद्यालय के सलाहकार एवं पूर्व कुलपति प्रो.अमेरिका सिंह ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए एवं समझौता ज्ञापन एक दूसरे को हस्तांतरित किए एमओयू की इस आपसी सहमति का उद्देश्य दोनों संस्थानों के छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए बेहतर अवसर प्रदान करते हुए नवाचार, शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है। एमओयू के दौरान गवर्नर नॉमिनी और आरयूएचएस जयपुर के बोर्ड सदस्य डॉ.अशोक आचार्य भी उपस्थित थे।

सलाहकार निम्स एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने कहा कि यह एमओयू दोनों विश्वविद्यालयों की अकादमिक उन्नति और सहयोगात्मक प्रयासों के प्रति प्रतिबद्धता को प्रकट करता है। समझौते में सहयोग के लिए एक व्यापक रूपरेखा, शैक्षणिक डोमेन,छात्र विनिमय कार्यक्रम, संयुक्त सम्मेलन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्र शामिल हैं शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार की साझा दृष्टि के साथ दोनों संस्थान परिवर्तनकारी शिक्षण वातावरण बनाने के लिए अपनी-अपनी शक्तियों का लाभ उठाने की इच्छा रखते हैं। संसाधनों और विशेषज्ञता को एकत्रित करके, उनका लक्ष्य अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाना, अंतः विषय अध्ययन को बढ़ावा देना और उभरती सामाजिक चुनौतियों का समाधान करना इसमें शामिल है। इसके अलावा समझौता ज्ञापन दोनों विश्वविद्यालयों के संकायों और छात्रों के बीच निरंतर जुड़ाव, विचारों और दृष्टिकोणों के परस्पर विकास, पाठ्यक्रम विकास और शैक्षणिक नवाचार में संयुक्त प्रयासों के माध्यम से आगे बढ़ने की मंशा रखता हैं। जैसे-जैसे राजस्थान का शैक्षिक परिदृश्य विकसित हो रहा है, इस तरह की पहल समग्र विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करती है और शिक्षा-अनुसंधान की शक्ति के माध्यम से व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाती है। इस एमओयू से हम अपने छात्रों और संकाय सदस्यों को अनुपम अवसर प्रदान करेंगे जिससे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी अकादमिक संभावनाएं प्राप्त होगी।

पंडित दीनदयाल शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर के कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय ने कहा कि इस एमओयू से छात्रों और विश्वविद्यालय को नवाचार के बारे में जानकारी मिल सकेगी साथ ही शोध और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा मिलेगा। यह एमओयू हमारी प्रतिब़द्धता और आपसी सहयोग को मजबूती प्रदान करेगा और छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। आपसी ज्ञान और शोध को साझा करके हम विकास को बढ़ावा देंगे, हमें  छात्रों को भविष्य की चुनौतियों का निवारण करने और अवसरों को पहचानने के लिए तैयार करना होगा। मुझे यकीन है शिक्षा की उच्च गुणवत्ता के साथ  शिक्षा का उत्कृष्टता केंद्र बनेगा। यह समझौता ज्ञापन छात्र विनिमय कार्यक्रमों के साथ-साथ संकाय विनिमय कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा।यह एमओयू हमें रिसर्च और एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से मदद करेगा। विद्यार्थियों के लिए रिसर्च प्रोजेक्ट्स, को-डेवलपमेंट, शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थियों के एक्सचेंज प्रोग्राम के साथ नवीतम कोर्सेज की संभावनाओं को तलाश करेगा।

दोनों विश्वविद्यालय मिलकर शोध अनुसंधान के अनुपम अवसर करेंगे सृजित

इस एमओयू के अंतर्गत विशिष्ट क्षेत्रों मे आपसी सहयोग, प्रशिक्षण, प्लेसमेंट, सहयोगात्मक अनुसंधान, नई शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के साथ-साथ सेमिनार और सम्मेलन आयोजित करने सहित सहयोग के विभिन्न क्षेत्र, शोध-अनुसंधान, शैक्षणिक आदान-प्रदान, संयुक्त अकादमिक कार्यक्रम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शैक्षणिक अनुसंधान, संकाय आदान-प्रदान, पाठ्यक्रम विकास, अकादमिक सहयोग, छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रम, संयुक्त शोध-अनुसंधान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी अनुसंधान परियोजनाओं में आपसी सहयोग, विशेषज्ञता का आदान प्रदान, पाठ्यक्रम विकास, संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रम, तकनीकी सहयोग, विद्यार्थियों के उन्नयन के साझा प्रयास, शैक्षिक चर्चा-कार्यशालाओ,शैक्षणिक अनुसन्धान, अकादमिक कार्यक्रम, पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण, अकादमिक परियोजनाए, विषय विशेषज्ञ व्याख्यान,संयुक्त छात्र कार्यक्रमों, सामजिक एवं सांस्कृतिक सहयोग, भारतीय ज्ञान परंपरा के साथ मानवीय मूल्य का विकास सहित कई क्षेत्रों में दोनों ने आपसी सहयोग करने के लिए सहमति व्यक्त की हैं। इस एमओयू के माध्यम से दोनों विश्विद्यालयों ने सांझा प्रयास किया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मंशानुरूप दोनों पक्षो के सहयोग से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को लाभान्वित किया जा सके।


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