उदयपुर / जिला कलक्टर श्रीमती आनन्दी ने सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिये है कि वे अपने लक्ष्यों को शीघ्र पूरा करने के लिए प्रभावी प्रयास करें तथा किसी भी स्तर पर ढिलाई न बरतें।
कलक्टर सोमवार को कलेक्ट्रेट में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में विभागीय प्रगति पर चर्चा कर रही थी।
कलक्टर ने वर्षभर ढिलाई बरत कर लक्ष्य पूर्ण नहीं करने वाले विभागों के प्रति नाराजगी जताई और सख्त निर्देश दिए कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक हर हाल में बकाया लक्ष्यों को पूर्ण करें। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) संजय कुमार, यूआईटी सचिव अरूण कुमार हसिजा, आईसीडीएस उपनिदेशक महावीर खराड़ी, नगरनिगम उपायुक्त अनिल शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
रोड कटिंग पर जताई नाराजगी
बैठक में कलक्टर ने शहर में विभिन्न विभागों द्वारा बिना सूचना के रोड कटिंग किए जाने की प्रवृत्ति पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बिजली, पानी, बीएसएनएल व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को निर्देश दिए कि वे आगामी तीन महिनों में विकास कार्यों के लिए आवश्यक रोड कटिंग की योजना बनाकर प्रस्तुत करें ताकि उसके बाद यूआईटी और नगर निगम कटी हुई सड़कों को दुरस्त कर सकें।
पौधरोपण की योजना देने के निर्देश:
कलक्टर ने उद्यान विभाग द्वारा 100 हैक्टेयर पर पौधारोपण के लक्ष्य पर की गई प्र्रगति की समीक्षा की और निर्देश दिए कि 28 हैक्टेयर की बकाया पौधरोपण की योजना शीघ्र उपलब्ध कराते हुए कार्यवाही करें। उन्होंने ड्रीप, पोली हाउस, वर्मी कम्पोस्ट और धान भंडारण के लक्ष्यों को हासिल न करने पर नाराजगी भी जताई।
स्टार मार्क प्रकरणों की समीक्षा:
बैठक में कलक्टर ने जनसुनवाई, रात्रि चौपाल और अन्य माध्यमों से प्राप्त होने वाली स्टार मार्क परिवेदनाओं पर की गई कार्यवाही की समीक्षा की और निर्देश दिए कि इनके निस्तारण में गंभीरता बरते। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रकरण लंबित न रहे ताकि परिवादियों को सही मायने में राहत दी जा सके। इस दौरान कलक्टर ने एवीवीएनएल द्वारा लाईन शिफ्टिंग व कृषि कनेक्शन के तथा शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय संबंधित जांचों, जिला परिषद के केटल शैड के प्रकरणों, चिकित्सा विभाग में मृतक की पेंशन, रसद विभाग की अनुकंपात्मक नियुक्ति, आंगनवाड़ी केन्द्रों में खराब हेंडपंपों की सूची, कृषि विभाग द्वारा सहजन के बीजारोपण, नगरनिगम व यूआईटी द्वारा शहर में अतिक्रमण हटाने संबंधित प्रकरण,पीडब्ल्यूडी द्वारा नरेगा व अन्य विकास कार्यों के प्रस्तावों सहित अन्य कई प्रकरणों पर चर्चा की तथा इन पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।