उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ की सुश्राविका एवं तेरापंथी सभा उदयपुर के मुख्य संरक्षक शांतिलाल सिंघवी की धर्मपत्नी पारसदेवी का चोविहर संथारे में २१ अक्टूबर को देवलोकगमन हो गया। मुनिवृंद की प्रेरणा से परिवारजनों ने पारसदेवी को सभा के पदाधिकारियों, श्रावकों की उपस्थिति में संथारे का प्रत्याख्यान करवाया। उनके पुत्र महेन्द्र सिंघवी सभा के कोषाध्यक्ष एवं पुत्रवधु सुमन डागलिया महिला मंडल की अध्यक्ष हैं।
सभाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता ने बताया कि संथारे के लिये आचार्यश्री महाश्रमण की आज्ञा भी प्राप्त हुई। कुछ दिनों से वे अस्वस्थ थीं। अस्वस्थता में संबल प्रदान करने आचार्यश्री महाश्रमण के सुशिष्य मुनि प्रसन्न कुमार का एकाधिक बार घर आगमन हुआ। आचार्य ज्ञान मुनि, राष्ट्र सन्त कमल मुनि कमलेश, मुनि अनुकरण सागर आदि चारित्रात्माओं का भी संबल प्रदान करने हेतु निवास पर आगमन हूआ। अनेक गणमान्यजन संथारारत श्राविका के दर्शनार्थ निवास पर सन्थारा तप अनुमोदना हेतु पहुंचे। उच्चत्तर परिणामों के साथ साधनारत रहते हुए २१ अक्टूबर को पारसदेवी का देवलोकगमन हुआ। डोल यात्रा कल शाम ४ बजे ले जाई गई। स्मृति सभा महाप्रज्ञ विहार में हुई।