उदयपुर । माया को सब भजते हैं लेकिन एक बार भी कोई माधव को भज ले तो जीवन सार्थक हो जायेगा। भगवान तो आनन्दघन हैं, जीवों को आनन्द देने के लिए ही उनका अवतार हुआ है। प्रेम से परमात्मा प्रकट होते है और प्रेम सत्संग एवं सत्कीर्तन से प्रकट होता है। यह विचार नारायण सेवा संस्थान के बडी ग्राम स्थित सेवामहातीर्थ में सोमवार को श्रीराम-कृष्ण कथा एवं ’अपनों से अपनी बात‘ में व्यासपीठ से कैलाश मानव ने कही। उन्होने कहा कि मनुष्य परिवार की वेदना से थक जाता है व परेशानियों से घबराकर इस संसार से भागने का प्रयास करता है। किन्तु भगवान की कथा सुनने मात्र से ही मनुष्य इन परेशानियों से निजात पा सकता है। ईश्वर के मनन और स्मरण से मनुष्य का हर दिन सुखद बन जाता है। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण आस्था चैनल पर किया गया।संचालन महिम जैन ने किया।
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