जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की टीम ने वेस्ट जोन इंटर युनिवर्सिटी महिला हॉकी में नया कीर्तिमान रचते हुए शुक्रवार को चैंपियनशिप अपने नाम कर ली। उदयपुर से यह गौरव हासिल करने वाली पहली विश्वविद्यालयी महिला हॉकी टीम है। शुक्रवार को हुए रोमांचक लीग मुकाबलों में विद्यापीठ ने सावित्रीबाई फूले विवि पूणे के साथ 1-1 का ड्रा खेला तो अंतिम मुकाबले में विद्यापीठ ने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की टीम को 5-0 से हरा कर चैंपियनशिप अपने नाम कर ली। रनरअप आईटीएम विवि ग्वालियर रही तो सावित्रीबाई फुले विवि पूणे तीसरे व सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर टीम चौथे स्थान पर रही। भव्य समापन समारोह में मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त डॉ राजेंद्र भट्ट, विशिष्ट अतिथि कांग्रेस देहात अध्यक्ष लालसिंह झाला, पूर्व जिला खेल अधिकारी ललित सिंह झाला, कुलपति कर्नल प्रो एस. एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर, वरिष्ठ अधिवक्ता सुशील कुमार सत्तारवाला, लेमन ट्री होटल समूह के प्रबंध निदेशक विकास सिंह, आयोजन सचिव डॉ भवानीपाल सिंह, स्पोर्ट्स बोर्ड सचिव डॉ. हेमशंकर दाधीच, तकनीकी सलाहकार सुविवि डॉ. दीपेंद्रसिंह चौहान, सह आयोजन सचिव डॉ. दिलीप सिंह चौहान, डॉ. धमेन्द्र राजौरा डॉ. संतोष लाम्बा, डॉ. रोहित कुमावत ने टीमों को ट्रॉफी व पदक प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर कुलपति कर्नल प्रो एसएस सारंगदेवोत ने ट्रॉफी जीतने वाली राजस्थान विद्यापीठ की टीम को प्रोत्साहन स्वरूप 1 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की।
जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स विभाग की मेजबानी में आयोजित 5 दिवसीय महिला वेस्ट जोन इंटर युनिवर्सिटी हॉकी प्रतियोगिता के महाराणा प्रताप खेलगांव हॉकी टर्फ मैदान पर आयोजन समापन समारोह में संभागीय आयुक्त डॉ राजेंद्र भट्ट ने शहर में एक और एस्ट्रो टर्फ बनाने की जानकारी दी ताकि शहर में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा सके। साथ ही उन्होंने ब्लॉक स्तर पर ध्यानचंद स्टेडियम बनाने, खेलों की मूलभूत आवश्यकताओं के लिए 60 करोड रूपए के संसाधन शीध्र ही उपलब्ध कराने की बात कही ताकि स्थानीय प्रतिभाएं विश्व स्तर तक अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन कर सके। उन्होंने कहा कि खेल में जुझारूपन महिला अधिकारों की प्राथमिकता दिलाता है।
कुलपति प्रो एसएस सारंगदेवोत ने विजेता टीमों को बधाई देते हुए कहा कि खिलाड़ी अपनी मेहनत से स्वयं तो उपलब्धि हासिल करता ही है लेकिन एक खिलाड़ी की कामयाबी से लहराने वाला तिरंगा देश के करोड़ांे नागरिकों को भी गौरवांवित एवं रोमांचित कर देता है। खिलाड़ी अपनी खेल भावना से राष्ट्रीयता और एकता का वो संदेश देता है जो हम सब देशवासियों को वर्ग जाति के भेद से उपर भारतीयता के रंग से रंग देता है। उन्होंने कहा कि खेलों में वो ताकत है जो पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बांधकर राष्ट्रीय एकता के भाव को फलीभूत करती है। खेलों से राष्ट्रीयता की पहचान होती है। संचालन हॉकी सचिव डॉ. कुलदीप सिंह झाला ने किया जबकि आभार डॉ. दिलीप सिंह चौहान ने दिया। समारोह में विद्यापीठ के डीन डायरेक्टर एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।