श्रीगंगानगर : राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री रवि प्रकाश सुथार (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) श्रीगंगानगर द्वारा बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पदमपुर में स्थित पालना गृह का निरिक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पालना ग्रह में व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया तथा पालना गृह में नियुक्त कर्मचारी के बारे में जानकारी ली गई। इस दौरान पालना गृह के अंदर तापमान नियत्रण के लिए हवा हेतु पंखा इत्यादि की कोई व्यवस्था नहीं पाई गई। पालना गृह के प्रचार-प्रसार हेतु अस्पताल के बाहर कोई फ्लेक्स बोर्ड के नहीं लगे होने पर चिकित्सा प्रभारी पदमपुर को निर्देशित किया गया कि अस्पताल के बाहर पालना गृह के प्रचार प्रसार हेतु फ्लेक्स बोर्ड लगाया जाए ताकि इससे आमजन जागरूक हो सके। पालना ग्रह में हवा के लिए दीवार पंखा लगाए जाने, हेतु निर्देश प्रदान किए गए ।
इस दोरान एडीजे श्री सुथार ने बताया कि पालना गृह में कोई भी अज्ञात या अनचाहा शिशु या लावारिस अवस्था में मिला शिशु, पालना बाक्स में लगी खिड़की से छोड़ कर जा सकता है। पालना गृह में शिशु को छोड़े जाने वाले के बारे में किसी भी प्रकार की अस्पताल प्रशासन द्वारा जांच या पूछताछ नहीं की जाएगी और ना ही शिशु छोड़े जाने वाले पर कोई रिपोर्ट दर्ज करवायी जाएगी। पालना गृह में छोड़े जाने वाले शिशु को तुरंत मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाई जाकर संबंधित बाल कल्याण समिति को सूचना दी जाएगी तथा शिशु के स्वास्थ्य संबंधी कार्यवाही तुरंत अस्पताल प्रशासन द्वारा की जाएगी। इस दौरान एडीजे श्री सुथार ने बताया कि पालना ग्रह में शिशु की दैनिक जरूरत का भी ख्याल रखा जाएगा।
निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पदमपुर से चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक भारद्वाज सहित चिकित्सालय का अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।