भारतीय रेल में पहली बार प्राचार्य सम्मेलन
17 Sep, 2025
भूख के खातिर
बना है मजदूर
और
जीवन भर
रोजी कमाने
बोझ
उठाने को मजबूर
मेहनत का है गरूर
ईमान से है अमीर
उसका
थक हार
जाता है शरीर
तब रोटी मिलती है
पेट में जरूर
श्रम की
साधना ही संसार
राष्ट्र निर्माण में
इनका भी है उपकार
इनका भी हो सत्कार।