नेत्रदान प्रक्रिया को अपने सामने देखने के बाद, अब परिवार इतने जागरूक हो चुके हैं कि जब भी कभी घर परिवार या गरीबी रिश्तेदारों में दुख का पल आता है तो अशोक कुल परिवार के सदस्य स्वत प्रेरित होकर नेत्रदान के कार्य के लिए सहमति देते हैं ।
इसी क्रम में कल महावीर नगर विस्तार योजना निवासी सोहन सहाय श्रीवास्तव (सेवानिवृत्त सिंचाई विभाग) का हृदयघात से आकस्मिक निधन हुआ । भतीजे प्रशांत,शाइन इंडिया के साथ काफी समय से नेत्रदान जागरुकता के लिए कार्य कर रहे हैं, अभी 6 महीने पहले ही छोटे भाई के आकस्मिक निधन के उपरांत निशांत का नेत्रदान संपन्न कराया था,तब उन्होंने पूरी प्रक्रिया को बहुत करीब से देखा था ।
आज जैसे ही ताऊ जी का निधन हुआ तो,उन्होंने तुरंत ही ताऊ जी का नेत्रदान करवाने के लिए ताई जी बीना, बहन शिखा,जीजाजी कीर्ति से सहमति लेने के उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ को संपर्क किया ।
सूचना मिलते शाइन इंडिया की टीम,आई बैंक के टेक्नीशियन के साथ पहुंची और परिवार की सभी सदस्यों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न कराया । नेत्रदान प्रक्रिया के उपरांत परिजनों के मन में संतोष था की हमारे नेत्रदानी सोहन सहाय जी किन्ही दो दृष्टिहीन लोगों की आँखों में रोशनी बनकर रह सकेंगे ।