आज से 2 वर्ष पहले झालावाड़ निवासी पलाश जैन ने शाइन इंडिया फाउंडेशन के नेत्रदान जागरूकता शिविर में,नैत्रदान की महत्ता को समझते हुए अपना नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा था । उस समय पलाश ने नेत्रदान से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त की थी, और संस्था सदस्यों को यह विश्वास दिलाया था कि, जब भी कभी परिवार में या रिश्तेदारों में कोई शोक की घटना होती है, तो वह स्वयं पहल करके नेत्रदान करवाने के लिए प्रयास करेंगे।
इसी क्रम में आज धोकडे के बालाजी,झालावाड़ निवासी पलाश की माताजी साधना जैन पत्नि श्री ज्योति चंद जैन का कोटा के निजी अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया था। पलाश ने तुरंत ही संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन की शाखा झालावाड़ के ज्योति मित्र नितिन कटारिया को सम्पर्क कर,माँ के नेत्रदान करवाने की बात की ।
साधना जी धार्मिक प्रवृत्ति की और जैन धर्म के सिद्धांत और आचरण पर चलने वाली महिला थी । मां के इसी व्यवहार से पलाश ने अपने पिता ज्योति चंद्र से सहमति लेकर शाइन इंडिया फाउंडेशन व ईबीएसआर बीबीजे चेप्टर के सहयोग से नेत्रदान का कार्य संपन्न करवाया ।