बुधवार को जब पूरे शहर में भाई दूज का पर्व मनाया जा रहा था, ऐसे में हाडोती संभाग में दो पुण्य आत्माओं का देवलोक गमन हुआ,जिसके उपरांत परिवार की सहमति से उनके नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न हुआ ।
बुधवार सुबह प्रताप नगर निवासी शिखा अशडिया का आकस्मिक निधन हुआ । जिसकी सूचना शाइन इंडिया के ज्योति मित्र एवं टेक्नीशियन टिंकू ओझा को मिली उन्होंने तुरंत ही शिखा की माताजी पुष्पा अशडिया से नेत्रदान करवाने का अनुरोध किया पुष्पा संस्था के नेत्रदान के कार्यों से प्रभावित थी,इसलिए उन्होंने तुरंत ही सहमति दे दी । इसके उपरांत नेत्रदान की प्रक्रिया परिवार के सभी सदस्यों के बीच में संपन्न हुई ।
इसी क्रम में पंचमुखी बालाजी के पास,झालावाड़ निवासी प्रवीण भाटिया की पत्नी सुनीता भाटिया का आकस्मिक निधन हुआ । सुनीता ने शादी से पूर्व ही अपने पति प्रवीण भाटिया को नेत्रदान संकल्प की इच्छा जाहिर की थी । प्रवीण उस समय शोक में थे,परंतु कोटा से डॉ कुलवंत गौड़ के अनुरोध पर ध्यान आया की,पत्नी ने नेत्रदान करवाने की इच्छा जाहिर की थी, प्रवीण जी की सहमति के बाद कोटा से डॉ गौड़ भाई दूज का टीका लगाये बिना, तुरंत ही झालावाड़ पहुँचे, और परिवार के सभी सदस्यों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया को पूरा किया ।