जैसलमेर, जिला कलक्टर प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। जिसमें सड़क दुर्घटना स्थलों के चिन्हिकरण एवं सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तार से अधिकारियों के साथ चर्चा की गई।
जिला कलक्टर ने कहा कि सड़क सुरक्षा मानव जीवन के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए इस कार्य पर विशेष कार्य करने की जरुरत है।
जिला कलक्टर ने अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि वे जैसलमेर शहर में रोड़ सैफ्टी ऑडिट करवाने एवं उसकी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने शहर में जैसलमेर से जोधपुर, बाड़मेर, सम रोड़ पर पीडब्ल्यूडी, पुलिस,एनएचएआई, आरएसआरडीसी को संयुक्त रुप से निरीक्षण कर सड़क सुधारात्मक उपायों पर विशेष कार्य कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके साथ ही जिन सड़क मार्गो पर गांवों के पशु सड़कों पर ज्यादा बैठते है उसके सम्बन्ध मंें एनएचएआई अधिकारी को पशुओं की सड़क पर रोकथाम के लिये निरोधात्मक उपाय अमल में लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने मुख्य सड़क मार्ग से मिलने वाली ग्रामीण सड़कों की थानेवार रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि दुर्घटना स्थलों के सम्बन्ध में विशेष उपाया किये जा सकें। उन्होंने रेलवे स्टेशन से हनुमान चौराहा तक नगरपरिषद, युआईटी, पुलिस व पीडब्ल्यूडी को संयुक्त सर्वे कर सुरक्षा सुधारात्मक उपायों पर कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने हनुमान चौराहा से अमरसागर सम रोड़ तक एवं रेलवे स्टेशन से चूंगीनाका तक नगरपरिषद के अधिशाषी अभियंता को निर्देश दिये कि वे इस सड़क पर रोड़ लाईट की उचित व्यवस्था करावें साथ ही सड़क किनारे खड़े पेड़ों की उचित छंटाई करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सड़क सुधारात्मक उपायों के संबंध में गंम्भीरता के साथ कार्यवाही सुनिश्चित करावें ताकि हम सब मिलकर सड़क सुरक्षा उपायों के बारे में विशेष ठोस कार्ययोजना बना सकें।
अधीक्षण अभियंता एस.एम.वर्मा ने बैठक में गत बैठक की अनुपालना रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक के दौरान उपायुक्त उपनिवेशन रामस्वरुप चौहान, पुलिस उप अधीक्षक प्रियंका कुमावत, जिला परिवहन अधिकारी नितीन बोहरा के साथ ही ग्रेफ,एनएचएआई, नगरपरिषद के अधिकारी उपस्थित थे एवं उन्होंने सड़क सुरक्षा उपायों के संबंध में सारगर्भित सुझाव प्रस्तुत किए।