जैसलमेर । जिले में पहली बार बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए होम वोटिंग की सुविधा 15 नवंबर, बुधवार से शुरू हो गई है। दो चरणों में चलने वाली इस प्रक्रिया को सात दिन में पूरा किया जाएगा। इस प्रक्रिया में पोलिंग पार्टियां घर-घर जाकर 80 साल या उससे ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं से बैलेट पेपर के जरिए वोट डलवाएगी। हालांकि वोट वही मतदाता डाल सकेंगे, जिन्होंने 20 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच चुनाव आयोग को फार्म 12-डी भरकर दिए थे। जिले में बुधवार को मतदान दलों द्वारा घर-घर पहुंच कर पात्र मतदाताओं को मतदान करवाया गया मतदाताओं ने पूर्ण उत्साह के साथ होम वोटिंग का लाभ उठाया।
दरअसल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने और बुजुर्ग तथा दिव्यांगों की समस्या को देखते हुए होम वोटिंग की सुविधा शुरू की गई है। इसके लिए 20 अक्टूबर से 4 नवंबर तक घर-घर 12-डी फार्म बांटकर भरवाए गए थे।
जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष गुप्ता ने बताया कि होम वोटिंग सुविधा का लाभ देने के लिये मतदान दल बुधवार को जिले में निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार पात्र मतदाताओं के घर तक पहुंचें। यहां सभी आवश्यक तैयारियों के बाद निर्वाचन प्रक्रिया के तहत बूथ बनाकर होम वोटिंग करवाई गई।
उन्होंने बताया कि पोलिंग पार्टियां पहले चरण में 19 नवंबर तक होम वोटिंग चुनने वाले मतदाताओं के घर जाएंगी। वहां उनको बैलेट पेपर देकर वोट डलवाएगी। वोट डालने के बाद मौके पर ही बैलेट पेपर मतपेटी में डाले जाएंगे, इस दौरान पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी। अगर पहले चरण में कोई वोटर घर पर नहीं मिलता है तो उसके यहां दूसरा राउंड में टीम 20 से 21 नवंबर तक जाएगी।
85 वर्षीय ढेली बाई ने घर से किया मतदान
होम वोटिंग का लाभ मिलने पर हुई प्रसन्न
भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा प्रारंभ की गई होम वोटिंग की सुविधा के तहत जिले के विधानसभा क्षेत्र जैसलमेर में ढोकल सिंह की ढाणी, लीला परेवार निवासी 85 वर्षीय ढेली बाई ने स्वयं के घर पर मतदान किया। गठित मतदान दल ने पूर्ण गोपनीयता के साथ ढेली बाई से पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान करवाया। मतदान करने के पश्चात् ढेली बाई ने होम वोटिंग की सुविधा प्राप्त होने पर प्रसन्नता व्यक्त की साथ ही चुनाव आयोग के प्रयासों की सराहना भी की।