उदयपुर | आयुर्वेद विभाग उदयपुर के आरोग्य समिति राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिन्धी बाजार उदयपुर में विशाल नि:शुल्क आयुर्वेद पंचकर्म शिविर के अंतिम दिन अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद विभाग उदयपुर संभाग डॉ राजीव भट्ट ने शिविर का अवलोकन एवं रोगियों के सेहत की जानकारी लि ।
डॉ. औदिच्य ने बताया कि आचार्य सुश्रुत के सिद्धांतों के आधार पर अग्निकर्म चिकित्सा की जा रही है। डॉ. चंद्रेश तिवारी इस प्राचीन अग्निकर्म चिकित्सा की विरासत को मूल स्वरूप में आम जन को उपलब्ध करवा रहे हैं। शिविर के माध्यम से रोगियों का उपचार किया गया ।
कोटा के विशेषज्ञ चिकित्सक, डॉ. चंद्रेश तिवारी द्वारा अग्निकर्म शिविर में चिकित्सा की गई। यह आयुर्वेद की एक सुरक्षित चिकित्सा पद्धति है, जिसमें नए नवाचारों और अनुसंधानों के माध्यम से सायटिका, जॉइंट्स पेन, तलवों में अटाण (किल), पैरों के तलवों का दर्द, एड़ी का दर्द, एवीएन, त्वचा के मस्से और विभिन्न रोगों में राहत प्रदान की गई।
अगला पंचकर्म शिविर 23 सितम्बर से आयोजित किया जायेगा जिसके रजिस्ट्रेशन औषधालय समय में किये जा रहे है ।
पंचकर्म चिकित्सा शिविर में डॉ शैलेन्द्र शर्मा डॉ ज्योति सिंह देवल डॉ संजय माहेश्वरी, डॉ नितिन सेजू, नर्स इंदिरा डामोर, चंद्रेश परमार, कम्पाउण्डर लक्ष्मीलाल अहारी हेमंत पालीवाल नर्स अंजना बारोट,नर्स वंदना शक्तावत,रुकमणि गायरी भगवती लाल लोधा, गरिमा मीणा परिचारक गजेन्द्र कुमार आमेटा, निर्भयसिंह भाटी ने अपनी सेवाएं दि ।