उदयपुर। इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी एवं न्यूरोलॉजी में उपयोगी संभाग की पहली अत्याधुनिक कैथलेब जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल में स्थापित हुई है। इस कैथलेब में नेवीगेशन के सहारे ब्लॉकेज वाली जगह पर पहुंचकर सटिक एंजियोप्लास्ट करने में मदद मिलेगी। इसकी विधिवत शुरूआत सोमवार से की गई है।
इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी मॉडल की यह मशीन नीदरलैंड से आयातीत की गई है। ग्रुप डायरेक्टर डॉ. आनंद झा, डायरेक्टर डॉ. सुरभि पोरवाल, वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट एवं कार्डियेक डायरेक्टर डॉ. एसके कौशिक, डॉ. हितेश यादव की मौजूदगी में विधिवत पूजन व फिता काटकर शुरूआत की गई। इस मौके पर डॉ. एसके कौशिक ने बताया कि यह नेक्स्ट जनरेशनल गाइडेड थैरेपी प्लेटफार्म है। इसे रोगी के अनुसार ही डिजाइन किया गया है। इस कैथलेब में बडा सा बडा और जटिलतम प्रोसिजर करना संभव होगा। प्रोसिजर के दौरान रियल टाइम इंफोर्मेशन हाई क्वालिटी इमेज के साथ यह स्कि्रन पर देगा जिससे प्रोसिजर की सटिकता निर्भर करेगी। इसमें लॉ रेडिएशन होने से रोगी, डॉक्टर और स्टाफ को रेडिएशन एक्सपोजर का खतरा भी काफी कम होगा।
डॉ. हितेश यादव ने बताया कि इसके मिनिमाइज प्रिपरेशन एरर के कारण रोगी को कैथलेब में लाने के बाद की जाने वाली तैयारी कम करने के कारण प्रोसिजर में भी समय कम लगेगा। इसमें डायनेमिक कोरोनरी रोड मैप होने से रोगी को कांट्रास्ट भी कम देना होगा और स्टंट बुश लाइव होने से रोगी को लगाए जाने वाले स्टंट की सटिकता का पता लगाने में मदद मिलेगी।
कैथलेब उद्घाटन मौके पर सभी विभागों के प्रबंधक, कैथलेब, न्यूरो और कार्डियेक आईसीयू स्टाफ के अलावा सभी डॉक्टर्स मौजूद रहे।