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कैंसर की जागरूकता के लिए जांचे आवश्यक - डॉ. मनोज महाजन

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04 Feb 22
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कैंसर की जागरूकता के लिए जांचे आवश्यक - डॉ. मनोज महाजन

उदयपुर । आज दुनिया में हर साल करीब एक करोड लोग कैंसर के कारण दम तोड देते हैं। कैंसर को लेकर लोगों में इतना भय है कि जब मरीज को पता चलता है, वो कैंसर से प्रभावित है तो उसे लगता है अब बचने की संभावना नहीं है लेकिन दुनियाभर में लाखों मरीज इस बीमारी से जंग जीत कर आम जीवन जी रहे हैं ये विचार विश्व कैंसर दिवस पर पेसिफिक ग्रुफ ऑफ एजूकेशन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वेबीनार में सामने आए। यहां कैंसर से बचाव के लिए मोटापा कम करने, व्यायाम करने, एल्कोहल और स्मोकिंग से दूरी बनाने पर जोर दिया गया।

कैसर के बारे में जागरूकता बढाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए पेसिफिक ग्रुप ऑफ एज्यूकेशन एवं पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की चीफ एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रीति अग्रवाल की प्रेरणा से कैंसर दिवस पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार की शुरूआत में ग्रुप निदेशक अमन अग्रवाल ने इसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला।*

पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट क. के. दवे ने इसकी जागरूकता बढाने के साथ इससे निपटने की व्यावहारिक रणनीति के बारे में बताया।*पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी, कैंसर विभाग के निदेशक डॉ. मनोज महाजन ने शरीर के विभिन्न अंगो जैसे मस्तिष्क, मुंह, फेफडे, स्तन, आंत और जननांग में होने वाले कैंसर के प्रकारों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत में हर साल १५ लाख लोग कैंसर से प्रभावित होते हैं और करीब ८ लाख लोगों की असमय मौत हो जाती है । मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए २०३० तक सालाना ३० लाख कैंसर मरीज होने की संभावना है।* डॉ. महाजन ने कहा कि समय पर स्क्रीनिंग के माध्यम से कैंसर से छुटकारा पाया जा सकता है लेकिन जागरूकता के अभाव में लोग जांच ही नहीं करवाते हैं। कैंसर को लेकर लोगों में भय व्याप्त है जिसे बडे स्तर पर योजना बनाकर जागरूकता के माध्यम से दूर किया जा सकता है। पेसिफिक विश्वविद्यालय के डीन* डॉ. एस.आर. मालू ने बताया कि “जैसा खाए अन्न वैसा होगा तन-मन” अत ः कृषि रसायनों के प्रभाव से मुक्त जैविक खेती द्वारा अन्न, फल, सब्जियों का उत्पादन करके इस भयावह रोग पर नियन्त्रण किया जा सकता है। उन्होंने मानव स्वास्थ्य के लिए पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ एवं उन्नत खेती के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। वेबीनार के अंत में पेसिफिक नर्सिंग कॉलेज के डीन प्रोफेसर के.सी. यादव ने सबका आभार व्यक्त किया । वेबीनार में जूम मीटिंग में ३०० और यू ट्यूब लाइव पर ४५० प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

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