उदयपुर। घर पर ही गिरने के कारण गंभीर घायल हालत में पहुंची महिला का एंटीरोलेटरल अप्रोच तकनीक से कुल्हा प्रत्यारोपण किया गया। महिला ब्लड प्रेशर और मधुमेह से पीडत थी, जिसके कारण यह हायरिस्क सर्जरी थी, लेकिन तकलीफ अधिक होने से ऑपरेशन करना भी जरूरी था। महिला को ऑपरेशन के अगले दिन डिस्चार्ज भी कर दिया गया।
ग्रुप डायरेक्टर डॉ. आनंद झा ने बताया कि आबूरोड निवासी दाखूदेवी (६०) घर में फिसलने से कुल्हे में चोटग्रस्त होकर घायल हो गई थी। इसके कारण वे चल फिर भी नहीं पा रही थी और बिस्तर पर ही होकर रह गई थी। ऐसे में परिजन उन्हें जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के जोड प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत माहेश्वरी के पास लेकर पहुंचे थे। एक्स-रे में कुल्हा पूरी तरह टूटा हुआ मिला और ऑपरेशन कर कुल्हा प्रत्यारोपण करना ही विकल्प रहा। इस पर निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. तरूण भटनागर और डॉ. दीपक बजाज ने ब्लड प्रेशर और मधुमेह मैनेजमेंट किया। डॉ. प्रशांत माहेश्वरी ने बताया कि एंटीरोलेटरल अप्रोच तकनीक से ऑपरेशन का फायदा रहता है कि मरीज को नीचे बैठने और कुल्हे के खिसकने का भी खतरा नहीं रहता। ऑपरेशन के अगले दिन मरीज को वॉकर के सहारे चला दिया गया।