उदयपुर। ब्रेन ट्यूमर के कारण हो रहे असहनीय दर्द, देखने में धुंधलाहट से परेशान महिला का जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के एडंवास न्यूरो साइंसेज विभाग में ऑपरेशन किया गया। यह ट्यूमर मस्तिष्क की मुख्य धमनी और नैत्र की रोशनी की नस को प्रभावित कर रहा था।
पिछले दिनों ३५ वर्षीय महिला सुनीता को परिजन जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल लेकर पहुंचे थे। महिला को आंखों में दिक्कत थी और उन्हें चलने में भी दिक्कत हो रही थी। उन्हें असहनीय सिर दर्द रहता था जो दवाइयों से भी ठीक नहीं होता था। इसके चलते वे कई बार घर में ही गिर भी गई थी। यहां एडवांस न्यूरो साइंसेस विभाग में न्यूरो सर्जन डॉ. नितिन भाकल ने महिला को देखने के बाद एमआरआई कराई, जिसमें मस्तिष्क की मुख्य धमनी और नैत्र की रोशनी वाली नस के पास छह गुणा पांच सेंटी मीटर की गांठ पाई गई। यह इतनी जटिल हालत में थी कि धमनी और नस पर दबाव डाल रही थी। इसे मेडिकल साइंस में मिडियल स्फिनोइड विंग मेनिंजियोमा कहा जाता है।
डॉ. नितिन भाकल और निश्चेतना विभाग के डॉ. तरूण भटनागर और डॉ. दीपक बजाज की टीम ने इस ऑपरेशन को प्लान किया जिसमें क्यूसा मशीन का उपयोग करते हुए माइक्रोस्कॉप की मदद से गांठ वाली जगह तक पहुंचा गया ऑपरेशन करके गांठ बाहर निकाली गई। तीन दिन भर्ती रखने के दौरान महिला को सिर दर्द से आराम रहा और देखने व चलने में हो रही दिक्कत से भी निजात मिली। महिला को शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। सीईओ एवं डायरेक्टर डॉ. यतिन तलवार के अनुसार इस तरह के ऑपरेशन आम तौर पर मेट्रो शहर में ही होते आए हैं। इस जटिल ऑपरेशन में क्यूसा मशीन का उपयोग किया गया।