उदयपुर, सौभागपुरा – हाड़ीरानी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, सौभागपुरा, उदयपुर में जल संरक्षण से जुड़ी एक प्रभावशाली गतिविधि का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा पौधों को पानी देते समय गमलों में नारियल की छाल बिछाने का प्रदर्शन किया गया, जिससे जल की बचत होती है और नमी लंबे समय तक बनी रहती है।
यह गतिविधि भारतीय विद्या परिषद सुभाष इकाई के डॉ. पी.सी. जैन एवं डॉ. नगेंद्र प्रसाद शर्मा के निर्देशन में संपन्न हुई। विशेष रूप से डॉ. पी.सी. जैन, जो पर्यावरण शिक्षा एवं सतत विकास के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए जाने जाते हैं, ने इस डेमोंस्ट्रेशन की संकल्पना एवं निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पर्यावरण के प्रति उनकी सोच और मार्गदर्शन ने विद्यार्थियों को व्यावहारिक समाधान अपनाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. रश्मि कुमावत, व्याख्याता अनिता जाट, भारती वर्मा और मनोज शेखावत उपस्थित रहे। विद्यार्थियों में सुरजीत दहिया, जयंती लाल, कुना राम, मुकेश कुम्हार और रमेश यादव ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर इस पर्यावरण अनुकूल प्रयास को सफल बनाया।
यह प्रदर्शन विद्यार्थियों के लिए न केवल एक शैक्षणिक अनुभव रहा, बल्कि उन्होंने जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश भी समाज को दिया।