केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मोदी सरकार में राजस्थान को दस हजार करोड़ का रेल्वे बजट दिया जा रहा है,जबकि पहले प्रतिवर्ष 650 करोड़ का बजट मिला करता था। राजस्थान में 44,000 करोड़ के प्रोजेक्ट चल रहे है।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच को साकार करने का जिक्र करते हुए बताया कि राजस्थान के 85 रेलवे स्टेशन को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। पिछले 10 वर्षों में 3,784 किलोमीटर पटरियां बिछाने का काम किया गया। यह डेनमार्क में बिछाई जाने वाली पटरियों से कई गुना अधिक है. पहले केवल पेंट करके आदर्श स्टेशन लिख दिया जाता था, जबकि हमारे प्रधानमंत्री रेलवे स्टेशनों के पुनर्निर्माण में विश्वास करते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी 50 साल आगे की सोचते हैं. यह वजह है कि राजस्थान में 1500 फ्लाईओवर पर काम चल रहा है।
राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर के रेलवे स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों का जायजा लेते हुए वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शामिल किया गया। मोदी जी ने ही जोधपुर के रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए स्वीकृति दी है। उसी के चलते जोधपुर स्टेशन को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विकसित किया जा रहा है. रेलवे के अधिकारियों को समय पर क्वालिटी,गुणवत्ता से सभी प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि जोधपुर को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन की श्रेणी में लाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री 50 साल तक के विकास को ध्यान में रखकर निर्णय ले रहे है। देश के रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण करा रहे है। उसी कड़ी में जोधपुर के रेलवे स्टेशन की तस्वीर बदली जा रही. दोनों ओर से शहर बढ़ रहा है, ऐसे में रेलवे स्टेशन की दूसरी एंट्री जरूरी है. बढ़ते यातायात के बीच यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर एलिवेटेड रोड के प्रस्ताव को साकार किया जा रहा है. यात्रियों के बैठकर अच्छे से भोजन करने के लिए भी विशेष सुविधा विकसित की जा रही है. जोधपुर भ्रमण पर आने वाले यात्री रेलवे स्टेशन पर ही आनंद ले सकेंगे. उद्योग,निर्यात को ध्यान में रखकर जोधपुर के भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर टर्मिनल स्थापित किया जा रहा है।औद्योगिक दृष्टि से भी यह टर्मिनल महत्वपूर्ण साबित होगा क्योंकि जोधपुर के आसपास खनिजों के भंडार है और पचपदरा में तेल रिफाइनरी के साथ पेट्रो कॉम्पलेक्स बनने से कई औद्योगिक बाई प्रोडेक्टस के परिवहन में यह लाइन सहायक होगी।
इस प्रकार राजस्थान में रेल परियोजनाओं के ऐतिहासिक कार्य हो रहे है।