GMCH STORIES

दृष्टि फाउंडेशन के सहयोग से एक विश्व रिकॉर्ड का प्रयास

( Read 3071 Times)

14 Dec 23
Share |
Print This Page
दृष्टि फाउंडेशन के सहयोग से एक विश्व रिकॉर्ड का प्रयास

उदयपुर। वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया आधिकारिक प्रयास के तहत दृष्टि फाउंडेशन के सहयोग से एनआईसीसी, इनरव्हील क्लब ऑफ उदयपुर, सीपीएस स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में डॉ. दृष्टि (खुशी)छाबड़ा द्वारा जहंा आज एक विश्व रिकॉर्ड बनाया गया वहीं कल 15 दिसंबर को सीपीएस स्कूल के 2000 बच्चों पर मेग्निफाईड हीलिंग का उपयोग कर विश्व रिकॉर्ड बनाया जायेगा। इस अवसर पर विश्व रिकॉर्ड की टीम मौजूद रहेगी।
इस अवसर पर एनआईसीसी की डॉ. स्वीटी छाबड़ा ने बताया कि आज 14 दिसंबर को एनआईसीसी में डॉ. दृष्टि छाबड़ा द्वारा 100 आदिवासी लड़कियों के साथ कोरिया की तकनीक से प्रेरित होकर स्कैल्प माइक्रो पिग्मेंटेशन में भारत में विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया गया।  
उन्होंने बताया कि वहीं दूसरे विश्व रिकॉर्ड के तहत 15 दिसंबर को सीपीएस स्कूल में  2000 बच्चों पर मेग्निफाईड हीलिंग का उपयोग कर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया। मैग्नीफाइड हीलिंग एक शक्तिशाली उपचार तकनीक है जो शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तरों पर काम करती है। करुणा की देवी लेडी मास्टर क्वान यिन का अक्सर उपचार प्रक्रिया में सहायता के लिए मैग्नीफाइड हीलिंग के दौरान आह्वान किया जाता है। क्वान यिन चीन के मर्सी-देवी मंदिर में मुख्य देवी के रूप में विराजमान हैं। वह कार्मिस बोर्ड की सदस्य हैं और इस बोर्ड में सिक्स्थ रे का प्रतिनिधित्व करती हैं।
डॉ. दृष्टि (खुशी)छाबड़ा ने बताया कि मैग्नीफाइड हीलिंग अक्सर पांच पंखुड़ियों वाले कमल के फूल के प्रतीकवाद से जुड़ी होती है, जो बुद्ध की शिक्षाओं से प्रेरित पवित्रता, ज्ञान और आध्यात्मिक जागृति का प्रतिनिधित्व करती है। दीक्षा संस्कार आवर्धित हीलिंग का एक हिस्सा है, जो उपचारात्मक ऊर्जा के संचरण की अनुमति देता है। पुष्प अर्क से सहस्रार, हृदय और हाथों का दीक्षा समारोह होता है। उन्होंने बताया कि आवर्धित हीलिंग में प्रकाश एक आवश्यक तत्व है, जो दिव्य उपचार ऊर्जा और आध्यात्मिक रोशनी का प्रतीक है। मैग्निफाइड हीलिंग नकारात्मक ऊर्जा और कर्म पैटर्न को मुक्त करने और बदलने में मदद करती है। मैग्नीफाइड हीलिंग शरीर में ऊर्जा केंद्रों को संतुलित और संरेखित करने का काम करती है, जिससे समग्र कल्याण को बढ़ावा मिलता है।
उन्होंने बताया कि मैग्नीफाइड हीलिंग पीनियल ग्रंथि, पिट्यूटरी ग्रंथि, थैलेमस और थाइमस जैसी ग्रंथियों को जागृत और सक्रिय करती है। यह हार्माेनल संतुलन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। आवर्धित हीलिंग ब्रह्मांडीय ऊर्जा में प्रवेश करती है, सार्वभौमिक जीवन शक्ति से जुड़ती है, जिससे गहन उपचार और परिवर्तन की अनुमति मिलती है।


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Headlines
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like