उदयपुर। एक्सएलआरआई संस्थान के प्रो. डॉ. गौरव वल्लभ ने कहा कि खुशियां हमारें समीप होती है लेकिन हम जीवन भर उन्हें ढूंढने में समय व्यतीत कर देते है। पूरे विश्व में अब जीडीपी पर नहीं वरन् खुशियों पर चर्चा हो रही है कि किस प्रकार इन्हें हासिल किया जायें।
वे आज रानी रोड़ स्थित रोटरी बजाज भवन में आयोजित रोटरी क्लब उदयपुर के वर्ष 2023-24 के पदस्थापना समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जीडीपी जैसे पेरामीटर अब साईडलाईन हो चुके है। रोटरी टूगेदरनेस जैसे पीलर में सटीक बैठती है।
प्रो.डॉ.वल्लभ ने हाउ टू इन्क्रीज हैप्पीनेस इन उदयपुर पर बात करते हुए कहा कि हम उदयपुर को देश का वेनिस बोलते है तो हमें उसके सामनें उसी अनुरूप प्रतिस्पर्धा भी करनी होगी क्योंकि वहां की 55 हजार की आबादी पर प्रतिदिन 1 लाख से अधिक पर्यटक आते है और यहां 6 लाख की आबादी पर 1-1.5 लाख पर्यटक प्रति माह आते है। इसे दूरी को पूरा करने कंे लिये अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें, दक्षिण भारत से रेल कनेक्टिवीटी को पूरा करना होगा। कमी को पूरा करने के लिये काम की आवश्यकता है। यह दूरी भी पूरी हो सकती है बशर्ते दुबई ,सिंगापुर से उदयपुर की प्रतिदिन फ्लाईट चलें,यहंा से इन्टरनेशनल फ्लाइट शुरू हो और दक्षिण भारत से उदयपुर को जोड़ा जायें तो यह पर्यटकों की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है। एचबी ग्रुप पर पर केपिटा इनकम,जीडीपी पेरामीटर पर हैप्पीनेस का मेजरमेन्ट आ चुका है। हैप्पीनेस के तीन पीलर है। हैप्पीनेस का दूसरा पीलर मेन्टल एण्ड फिजिकल हेल्थ में है। सोशल मीडिया मेन्टल हेल्थ से जूझ रहे ऐसे लोगों पर घातक प्रभाव डालता है। उसमें सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग के कारण इसके दुष्प्रभाव आ रहे है। इस पर कन्ट्रोल करेंगे तो खुशियों की ओर बढ़ेगे।
शहर में छोटे माइन्स ऑनर्स को क्लस्टर एप्रोच से अपनी इनकम व प्रोडक्टिवीटी दोनों बढ़ानें की आवश्यकता है। छोटे माइन्स ऑनर्स को संदेह की दृष्टि से गलत देखा जाता है। इसे रोकना होगा। इण्डिया को फार्मेसी हब ऑफ वर्ल्ड कहा जाता है। इसी के तहत उदयपुर में यहंा के मौसम व पर्यावरण को देखते हुए फार्मेसी को लेकर काफी संभावनायें है।
उन्होंने कहा कि थोड़ा सा प्रयास किया जायंे, जो शहर में रोजगार पैदा कर शहर कों आर्थिक रूप से मजबूत करेंगे। हमें डिस्पोजेबल इन्कम बढ़ानें पर ध्यान देना चाहिये।
इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ अरूण मिश्रा ने कहा कि आज वैश्विक स्तर पर अनेक चुनौतियां सामनें खड़ी है। जो हमारी सोच से कहीं अधिक है। हिजिंलि उदयपुर ट्रांसजेंडर को रोजगार उपलब्ध कराना चाहता है लेकिन उदयपुर में उन्हें कहीं आवास उपलब्ध नहीं हो पा रहे है।
झूठ को सच साबित करनें के लिये हो रहा तकनीक का उपयोग- मिश्रा ने कहा कि अइाज जिस प्रकार तकनीक का दुरूपयोग हो रहा है। वह वाकई चिंताजनक है। हमें जहंा सच की खोज करने के लिये तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिये लेकिन झूठ को सच साबित करनें में तकनीक का भरपूर इस्तेमाल हो रहा है। जीवन में सबसे मुश्किल कार्य निरक्षर को मूर्ख बनाना है क्योंकि साक्षर को हर कोई मूर्ख बनाता जा रहा है और वे भी आसानी से मूर्ख बनते जा रहे है। उन्होंने कहा कि सेवा सहीं जबह होगी तो उसका लाभ भी सही लोगों को होगा।
इस अवसर पर पदस्थापना अधिकारी रोटरी के पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के अध्यक्ष गिरीश मेहता,सचिव विवेक व्यास,राकेश माहेश्वरी,महेन्द्र खमेसरा नक्षत्र तलेसरा,डॉ ए.के.गुप्ता,डॉ.अजय मुर्डिया,रमेश सिंघवी,पी.एस.तलेसरा,अध्यक्ष निर्वाचित अनिल छाजेड़,हेमन्त मेहता, नितिन कोठारी,विनीत दमानी, पी.एस.तलेसरा को शपथ दिला कर पद स्थापित कराया। उन्होंने कहा कि सेवा कार्य बिना नाम के होने चाहिये। समारोह में आईपीएस प्रसन्न खमसेरा, आईएफएस आर.के.जैन, आरजेएचएस हिमांशु नागौरी,महेन्द्र मेहता,मोहित व्यास,आएएस दीपक मेहता को मानद सदस्य बनाया गया।
नव निर्वाचित अध्यक्ष गिरीश मेहता ने कहा कि जूनून के साथ किये गये सेवा कार्य सफल होते है। उन्होंने अपनी कार्ययोजना के बारें में बताया कि वे इस वर्ष एक सिग्नेचर प्रोजेक्ट के तहत रोटरी के नाम से शहर में एक हॉस्पीटल की नींव रखेंगे। जिसमें रोटरी क्लब उदयपुर के सभी सदस्यों की सहमति मिल गई है।
समारोह में अतिथियों के हाथांे क्लब की वेबसाईट एवं अंशुल मोगरा व दिलीप शाह ने क्लब की बुलेटिन का विमोचन कराया। समारोह में जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार अर्जन के लिये 11 सिलाई मशीनें प्रदान की। इस अवसर पर डॉ. प्रदीप कुमावत ने अध्यक्ष गिरीश मेहता का,आलोक पगारिया ने प्रो. डॉ.गौरव वल्लभ का और रमेश सिंघवी ने अरूण मिश्रा का परिचय हेमंत जैन ने विवेक व्यास का परिचय दिया कार्यक्रम का संचालन निराली जैन ने किया। अंत में सचिव विवेक व्यास ने आभार ज्ञापित किया।