गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, उदयपुर में दिल की बीमारी से झूझ रहे 50 वर्षीय रोगी का गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कार्डियक सेंटर ने अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक का उपयोग करते हुए सफल उपचार कर स्वस्थ जीवन प्रदान किया गया। यहाँ चिकित्सा क्षेत्र में सभी उन्नत तकनीकों को अपनाकर कुशल कार्डियोलॉजिस्ट्स की टीम में डॉ. रमेश पटेल, डॉ. दिलीप जैन, डॉ. जय भारत,डॉ गौरव मित्तल, न्यूरो वैस्कुलर इंटरवेंशन वैस्कुलर रेडियोलॉजिस्ट डॉ सीताराम बारठ व टीम द्वारा निरंतर रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
विस्तृत जानकारी:
50 वर्षीय रोगी अपने खराब वाल्व के चलते गीतांजली हॉस्पिटल आया| डॉक्टर ने जांच करने पर पाया की रोगी के मित्राल वाल्व में सिकुड़न है जिसे मित्राल स्टेनोसिस कहते हैं|
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ रमेश पटेल, डॉ दिलीप जैन, डॉ जय भारत शर्मा, डॉ गौरव मित्तल व न्यूरो वैस्कुलर इंटरवेंशन रेडियोलाजिस्ट डॉ सीताराम बारठ ने बैलून मित्राल वोल्वोटॉमी करने का निर्णय लिया जिससे रोगी का इलाज बगैर चीर फाड़ के किया जा सके| लेकिन समस्या यह थी कि रोगी के पांव की नस जिससे ऑपरेशन करना था वह बंद थी| गीतांजलि कार्डियक सेंटर में निर्णय लिया कि रोगी की पहले पैर की नस खोलने के बाद उसी नस से बलूनिंग करके रोगी को बड़े रिस्की ऑपरेशन से बचाया जा सके|
डॉ रमेश पटेल की टीम ने पहले पैर की नस कॉमन इलिअक नस जो 100% बंद थी उसको खोला व सामान्य तरीके से सफल बलूनिंग की|
इस प्रकार से जटिल सर्जरी दक्षिण राजस्थान में पहली बार हुई है| गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मल्टी डिसिप्लिनरी अप्प्रोच के साथ डॉक्टर्स की टीम द्वारा रोगियों का निरंतर रूप से इलाज किया जा रहा है| यहाँ सभी प्रकार के निदान एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के साथ किये जा रहे हैं|
गीतांजली हॉस्पिटल एक टर्शरी केयर मल्टी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल है| यहाँ के ह्रदयरोग व न्यूरो वैस्कुलर इंटरवेंशन रेडियोलाजी में सभी एडवांस तकनीके व संसाधन उपलब्ध हैं जिससे जटिल से जटिल समस्याओं का निवारण निरंतर रूप से किया जा रहा है।
गीतांजली हॉस्पिटल पिछले 17 वर्षों से सतत रूप से हर प्रकार की उत्कृष्ट एवं विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है एवं जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं देता आया है।