मुंबई, द क्लब के सिम्फनी हॉल में भक्तिपूर्ण और दिव्य संगीत की संध्या का आयोजन हुआ, जहाँ बहुप्रतीक्षित भजन "माते लक्ष्मी माते" का शुभारंभ हुआ। इस विशेष कार्यक्रम में अनूप जलोटा, सोनू निगम, संजय टंडन, स्मिता ठाकरे और अन्य कई प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति ने चार चांद लगा दिए। यह आयोजन देवी लक्ष्मी को समर्पित संगीत का एक पावन उत्सव बन गया।
इस भजन को सोनू निगम की बहन मीनल निगम ने अपनी मधुर आवाज़ में प्रस्तुत किया, जिसमें ललिता गोयनका द्वारा लिखे गए गहरे और भावपूर्ण बोल तथा संजीव कोहली द्वारा बनाई गई सुंदर संगीत रचना ने सभी का दिल जीत लिया। यह भजन धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी को समर्पित है, जिसने वहां उपस्थित सभी को आध्यात्मिक श्रद्धा में डूबो दिया।
पद्मश्री अनूप जलोटा जी ने इस पावन अवसर पर आशीर्वाद देते हुए कहा, "संगीत में हमें दिव्य से जोड़ने की शक्ति होती है, और 'माते लक्ष्मी माते' इस जुड़ाव को बखूबी प्रस्तुत करता है।" सोनू निगम ने आज के दौर में भक्तिपूर्ण संगीत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “संगीत के माध्यम से हमारी परंपराओं को जीवित रखना आवश्यक है, और यह भजन देवी लक्ष्मी को सम्मानित करने का एक अद्भुत तरीका है।”
मनोरंजन जगत की प्रमुख हस्ती स्मिता ठाकरे ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा, "यह भजन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में शांति का अनुभव कराता है। यह देखना प्रेरणादायक है कि इतने प्रतिभाशाली कलाकार एक साथ आकर कुछ ऐसा दिव्य रच रहे हैं।"
आईएसएएमआरए के संस्थापक, निदेशक और सीईओ संजय टंडन, जो सिंगर्स और म्यूज़िशियन्स के अधिकारों के समर्थन में अग्रणी रहे हैं, ने इस भजन के लॉन्च पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “'माते लक्ष्मी माते' जैसा संगीत सीमाओं से परे जाता है। यह भक्ति की शक्ति की एक सुंदर याद दिलाता है और मुझे इस आध्यात्मिक प्रयास से जुड़कर गर्व महसूस हो रहा है।”
लॉन्च समारोह का प्रारंभ एक गर्मजोशी भरे स्वागत से हुआ, जिसके बाद गाने का औपचारिक अनावरण किया गया। इस भजन के रचनाकार—मीनल निगम, ललिता गोयनका और संजीव कोहली—ने इसे रचने की प्रेरणा और अपनी रचनात्मक प्रक्रिया को साझा किया। मीडिया और उपस्थित जनों को "माते लक्ष्मी माते" का एक विशेष 2 मिनट का संस्करण सुनाया गया, जिसने सभी को इसकी भक्ति मय धुन में मग्न कर दिया।
मीनल निगम ने अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा, "देवी लक्ष्मी की महिमा का गान करने वाली इतनी सुंदर रचना को अपनी आवाज़ देने का सौभाग्य मिला, यह मेरे लिए एक सम्मान है। मुझे उम्मीद है कि यह भजन सभी को शांति और समृद्धि का अनुभव कराएगा।"
भजन के बारे में:
"माते लक्ष्मी माते" एक भक्तिपूर्ण भेंट है जो श्रोताओं को देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद से जोड़ने का प्रयास करती है। इस भजन के गहरे बोल और ऊर्जावान धुन इसे आध्यात्मिक सभाओं और व्यक्तिगत भक्ति के क्षणों के लिए एक उपयुक्त विकल्प बनाते हैं।