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स्कूल सीरीज: यूपी-एमपी के शासकीय स्कूलों की जमीनी हक़ीकत उजागर कर रहा बुंदेलखंड 24x7 

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05 Jul 25
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स्कूल सीरीज: यूपी-एमपी के शासकीय स्कूलों की जमीनी हक़ीकत उजागर कर रहा बुंदेलखंड 24x7 


 
झाँसी,  उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फैले बुंदेलखंड क्षेत्र के शासकीय स्कूलों की वास्तविक स्थिति को सामने लाने के लिए क्षेत्र के नंबर वन डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म 'बुंदेलखंड 24x7' ने अपनी महत्वाकांक्षी स्कूल सीरीज की शुरुआत की है। गर्मी की छुट्टियों के बाद 15 जून से 1 जुलाई के बीच क्षेत्र के लगभग सभी स्कूलों के खुल चुके हैं, इसे ध्यान में रखते हुए इस सीरीज के तहत चैनल ने बुंदेलखंड के 14 जिलों, पन्ना, छतरपुर, निवाड़ी, सागर, झाँसी, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, दमोह, टीकमगढ़, ललितपुर, जालौन और दतिया के विभिन्न तहसीलों में स्थित शासकीय स्कूलों का गहन निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। 

'बुंदेलखंड 24x7' की ग्राउंड जीरो टीम, स्कूलों की मौजूदा स्थिति को समझने के लिए न केवल स्कूलों का दौरा कर रही है, बल्कि अध्यापकों और बच्चों के साथ गहन चर्चा भी कर रही है। इस दौरान स्कूलों में अध्यापकों की संख्या, बुनियादी ढांचे की स्थिति, शैक्षिक संसाधनों की उपलब्धता और बच्चों की समस्याओं जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला जा रहा है। यह सिलसिला पूरे जुलाई माह तक जारी रहेगा, जिसमें चैनल का लक्ष्य दूर-दराज के इलाकों में बने स्कूलों को भी कवर करना है, ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच शैक्षिक सुविधाओं की विषमता को उजागर किया जा सके।

इस पहल के पीछे चैनल के फाउंडर डॉ. अतुल मलिकराम का दृष्टिकोण स्पष्ट है। उन्होंने कहा, "बुंदेलखंड जैसे क्षेत्र में शिक्षा की स्थिति को सुधारने के लिए पहले उसकी जमीनी हकीकत को समझना जरूरी है। हमारी स्कूल सीरीज का मकसद न केवल समस्याओं को उजागर करना है, बल्कि उन मुद्दों को प्रशासन और समाज के सामने लाना है, जिन्हें हल करके हम अपने बच्चों के भविष्य को बेहतर बना सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और अध्यापकों की अपर्याप्त संख्या जैसे मुद्दों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हमारा प्रयास है कि इन स्कूलों की कहानियां और वहां के बच्चों की आवाजें ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ-साथ शासन-प्रशासन तक भी पहुंचें।"

चैनल के डायरेक्टर और प्रमुख आसिफ पटेल ने इस सीरीज के महत्व को समझाते हुए बताया, "हमारी टीम बुंदेलखंड के हर कोने में जाकर स्कूलों की स्थिति का जायजा ले रही है। कई स्कूलों में हमें ऐसी कमियां दिखीं, जो बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित कर रही हैं, जैसे कि कक्षाओं में बेंच-डेस्क की कमी, पीने के पानी की अनुपलब्धता, और कुछ जगहों पर तो बिजली और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। इसके अलावा, कई स्कूलों में अध्यापकों की कमी एक बड़ी समस्या है, जिसके कारण एक शिक्षक को कई कक्षाओं को संभालना पड़ता है। हमारी यह सीरीज इन मुद्दों को न केवल उजागर करेगी, बल्कि नीति-निर्माताओं और प्रशासन को इनके समाधान के लिए प्रेरित भी करेगी।"

इस सीरीज के तहत 'बुंदेलखंड 24x7' स्थानीय समुदायों, अभिभावकों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी बातचीत कर रहा है, ताकि समस्याओं के कारणों और समाधानों को समझा जा सके। चैनल का लक्ष्य है कि इस पहल के माध्यम से बुंदेलखंड के शासकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसके साथ ही, चैनल ने दर्शकों से अपील की है कि वे इस सीरीज को देखें और अपने आसपास के स्कूलों की स्थिति के बारे में जानकारी साझा करें, ताकि इस मुहिम को और व्यापक बनाया जा सके। पूरे जुलाई माह तक चलने वाली यह सीरीज न केवल शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह बुंदेलखंड के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए भी एक उम्मीद की किरण है।


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