उदयपुर । महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय उदयपुर के खेल प्रांगण में उन्नीसवीं शैक्षणेत्तर कर्मचारी कुलपति चल-वैजयन्ति प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ। यह प्रतियोगिता केन्द्रीय शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ तथा शैक्षणेत्तर कर्मचारी कल्याण समिति डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय एवं सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय, उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की जा रही है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में केन्द्रीय शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रजनीकांत शर्मा, महामंत्री नरेन्द्र कुमार मोड़, डेयरी महाविद्यालय कल्याण समिति के अध्यक्ष निलेश शर्मा, सचिव राजेश मीणा, प्रधान अशोक वर्डिया सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय, उदयपुर के प्रधान शंकर लाल शर्मा, सचिव पी.एस. गोस्वामी, संघ के खेल मंत्री श्री एल. एन. सालवी एवं अन्य पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि कुलपति एमपीयूएटी डाॅ. अजित कुमार कर्नाटक, विशिष्ठ अतिथि डाॅ. एन. एस. राठोड़, पुर्व कुलपति एमपीयूएटी, विश्वविद्यालय के कुल सचिव श्री सुधान्शु सिंह, वित्त नियंत्रक श्री विनय भाटी और समारोह के अध्यक्ष डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डाॅ. लोकेश गुप्ता, गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ. मीनु श्रीवास्तव सहित समस्त अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डाॅ. पी. के. सिंह, परीक्षा नियंत्रक, निदेशक आयोजना, अनुसंधान निदेशक, प्रसार शिक्षा निदेशक सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता अन्य विभागाध्यक्ष एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। इस भव्य उद्घाटन समरोह में कुलपति एवं पूर्व कुलपति की श्रीमती एवं अन्य अधिकारियों के परिजन भी उपस्थिति रहे। अपने स्वागत उदबोधन में केन्द्रीय कर्मचारी संघ के संरक्षक श्री करण सिंह ने बताया कि इस खेल-कूद प्रतियोगिता में उदयपुर, राजसमन्द, भीलवाड़ा, बांसवाडा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़ तथा प्रतापगढ़ जिलों में स्थित विश्वविद्यालय की विभिन्न इकाईयों के लगभग 250 कर्मचारी भाग ले रहे हैं। उन्होंने समस्त कर्मचारी खिलाड़ियों को खेल भावना के साथ विभिन्न खेलों में भाग लेकर इस आयोजन को सफल बनाने हेतु शुभकामनाएं व्यक्त की। उन्होंने कर्मचारियों की लंबे समय से प्रतीक्षित ग्रेचुटी के भुगतान का हृदय से आभार व्यक्त किया।
संघ अध्यक्ष श्री रजनीकांत शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति एवं प्रशासनिक अधिकारियों का स्वागत करते हुए इस खेल-कूद प्रतियोगिता के आयोजन के लिए विश्वविद्यलाय प्रशासन का आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि सर्व प्रथम 1972 में महाराणा भूपाल खेल प्रांगण में वाॅलीबाॅल खेल प्रतियोगिता से इन प्रतियोगिताओं का शुभारम्भ हुआ था तथा राजस्थान कृषि विष्वविद्यालय बीकानेर की स्थापना के समय 30 टीमें इन प्रतियोगिताओं में नियमित रूप भाग लेती थी। श्री रजनी कांत ने कुलपति द्वारा विभिन्न कर्मचारियों की पदोन्नति के लिऐ आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि इस बार ओलंपिक की तर्ज पर उद्घाटन का हमारा प्रयास है जो सभी के द्वारा सराहा गया।
समारोह के मुख्य अतिथि कुलपति डाॅ. अजीत कुमार कर्नाटक ने मशाल जला कर और झण्डारोहण कर खेल-कूद प्रतियोगिता के शुभारम्भ की घोषणा की और समस्त खिलाड़ियों को विभिन्न खेलों को खेल-भावना से खेलने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर कुलपति डाॅ. कर्नाटक ने अपनी ओर से इस आयोजन को सफल बनाने के लिए समस्त कर्मचारियों से अनुशासित तरीके से एक परिवार की तरह इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अपेक्षा जाहिर की। उन्होंने बताया कि हमें एक दूसरे के लिए आपसी सम्मान को बनाए रखते हुए खेल एवं भाई-चारे की भावना से खेलना चाहिए। इससे पूर्व खिलाड़ियों द्वारा मार्च पास्ट परेड कर कुलपति डाॅ. कर्नाटक को अपनी टीमों की ओर से सलामी दी गई।
विशिष्ट अतिथि के रूप अपने सम्बोधन में एमपीयूएटी के पुर्व कुलपति डाॅ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि खेल-कूद प्रतियोगिता शारीरिक दक्षता एवं कुषलता प्राप्त करने का सुनहरा अवसर है। उन्होंने विभिन्न खेलों में भाग लेने वाले समस्त खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि खेल-कूद से अनुशासन का माहौल पैदा होता है और खेलों से नेटवर्किंग, और हार जीत को अपने दैनिक जीवन में भी अपनाना चाहिए। उन्होंने शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष करणसिंह शक्तावत और अन्य पदाधिकारियों की सुस्पष्ट कार्यशैली की प्रशंसा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री सुधाशु ंिसंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि खेलों से अनुशासन, उत्साह एवं भाई-चारे की भावना एवं सकारात्मक विचार-धारा का संचार होता है जो विश्वविद्यालय की दैनिक गतिविधियों एवं कार्यों के सम्पादन में सहयोगी होता है। उन्होंने उम्र-दराज खिलाड़ियों की चुस्ती, फुर्ती एवं ऊर्जा को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के कर्मचारी काफी दक्ष एवं कुशल कार्यकर्ता है।
डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डाॅ. लोकेश गुप्ता ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में समस्त अतिथियों एवं खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि खेलों से कर्मचारियों में नई ऊर्जा का संचार होगा जो विश्वविद्यालय के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। खेल मानव के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है, खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन से कर्मचारियों में समरसता एवं भाई-चारे का विकास होता है। उन्होंने गेम्स के माध्यम से खेल प्रांगण के विकास एवं सफल कार्यक्रम के लिऐ अपनी प्रति बद्धता जताई।
डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय शैक्षणेत्तर कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री निलेश शर्मा ने खेल-कूद प्रतियोगिताओं की रूपरेखा प्रस्तुत की। श्री निलेश शर्मा ने बताया कि 10 से 14 जनवरी तक आयोजित होने वाली उन्नीसवीं कुलपति चल वैजयन्ति प्रतियोगिता में इस विश्वविद्यालय की 12 इकाईयों के 300 खिलाड़ी विभिन्न 11 खेल-कूद प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं। केन्द्रीय शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के महामंत्री श्री नरेन्द्र कुमार मोड़ ने समस्त अतिथियों का इस उद्घाटन समारोह में पधारने पर हार्दिक आभार प्रकट किया। उन्होंनंे कुलपति द्वारा कर्मचारी हितों के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। कार्यकम का संचालन कर्मचारी संघ के सदस्य श्री गिरधारी बारहट ने किया।