उदयपुर, “भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बडी आर्थिक शक्ति और वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य हासिल करने में मैन्युफक्चरिंग इण्डस्ट्री का योगदान महत्वपूर्ण है। एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिये सरकार प्रतिबद्ध है।“
उपरोक्त विचार राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद, नई दिल्ली के निदेशक श्री सी. नरेन्द्र ने व्यक्त किये।
मानद महासचिव श्री मनीष गलुण्डिया ने बताया कि उदयपुर चेम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद और जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में लीन मैन्युफैक्चरिंग पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
वरिष्ठ उपाध्यक्षा डाॅ. अंशु कोठारी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार द्वारा मैन्युफक्चरिंग इण्डस्ट्री को बढावा देने के लिये कई हितकारी योजनाएं जारी की हैं तथा इन योजनाओं की जानकारी उद्यमियों तक पहुंचाना सम्बन्धित सरकारी विभागों और यूसीसीआई का संयुक्त दायित्व है।
जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त निदेशक एवं महाप्रबन्धक श्री शैलेन्द्र शर्मा ने अपने सम्बोधन में आव्हान किया कि उद्यमी जो भी कार्य करें, समाज में परिवर्तन लाने के उद्देश्य के साथ करें। श्री शर्मा ने आमजन से अपील की कि अपने देश के ब्रांड उत्पादों को बढावा देवें।
एमएसएमई, डीएफओ, जयपुर के निदेशक श्री श्री वी.के. शर्मा ने अपने सम्बोधन में उद्यमियों से लीन मैन्युफक्चरिंग के माध्यम से इण्डस्ट्री में छीजत कम करने का आव्हान किया।
तकनिकी सत्र में राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद, नई दिल्ली के निदेशक श्री सी. नरेन्द्र ने पावर पाॅईन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से “एमएसएमई कम्पीटीटिव लीन मैन्युफैक्चरिंग स्कीम“ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना वैश्विक एवं घरेलु बाजार में प्रतिस्पर्धा हेतु एमएसएमई उद्यमों की क्षमता निर्माण में अत्यन्त उपयोगी है।
प्रश्नकाल के दौरान राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद, जयपुर के निदेशक श्री मुकेश सिंह एवं श्री के.आर. शर्मा ने प्रतिभागियों की शंकाओं एवं जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए बताया कि इस स्कीम का लाभ लेने हेतु पंजीयन करने के लिये lean.msme.gov.in पर आॅनलाईन पंजीकरण किया जा सकता है।
कार्यक्रम में एमएसएमई सेक्टर के उद्यमियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम समापन के अवसर पर राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद जयपुर के निदेशक श्री मुकेश सिंह ने सभी को आभार ज्ञापित किया।