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भूपाल नोबल्स संस्थान में 75वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

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27 Jan 24
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भूपाल नोबल्स संस्थान में  75वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

उदयपुर । विद्या प्रचारिणी सभा भूपाल नोबल्स संस्थान की विभिन्न इकाइयों का सामूहिक 75वां गणतन्त्र दिवस बीएन स्टेडियम में एन.सी.सी. की विभिन्न टुकड़ियों द्वारा मार्च पास्ट और बहुरंगी, बहुभाषी, और सतरंगी राममय सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। झण्डा रोहण मुख्य अतिथि संस्थान के कार्यवाहक अध्यक्ष कर्नल प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत द्वारा किया गया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया। एन.सी.सी. की एयर, आर्मी और नेवल विंग की सीनियर और जूनियर डिविजन के कैडेट्स, फार्मेसी संकाय, विधि काॅलेज, भूपाल नोबल्स सलूम्बर महाविद्यालय, भूपाल नोबल्स शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय के दल ने मार्चपास्ट में हिस्सा लिया। परेड का नेतृत्व 5 राज आर्मी गर्ल्स बटालियन की अण्डर ओफिसर स्वस्तिका सिंह शक्तावत द्वारा किया गया। इस अवसर पर नोबल्स ब्ल्यू बेण्ड द्वारा मात्रिका सिंह के नेतृत्व में राष्ट्र भक्ति युक्त स्वर लहरी बिखेरी गई। भावपूर्ण सांस्कृतिक प्रस्तुतियां जयतु-जयतु भारतम, मेरे भारत की बेटी, हनुमान चालिसा, रामायण पर नाट्य प्रस्तुति पर आधारित थीं। 
गरिमामय समारोह सस्थान के प्रबन्ध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़, संयुक्त सचिव राजेन्द्र सिंह झाला कार्यकारिणी सदस्य ग्रुप केप्टन गजेन्द्र सिंह बान्सी, नवल सिंह जुड़, डाॅ. युवराज सिंह राठौड़, महेन्द्र सिंह पाखण्ड, करण सिंह उमरी, कमलेश्वर सिंह कच्छेर, विद्या प्रचारिणी सभा के सदस्य गजेन्द्र सिंह घटियावली, सत्यनारायण सिंह मदारा, गणपत सिंह चुण्डावत, महेन्द्र दिलीप सिंह दुधोड़, महेन्द्रपाल सिंह सेमारी, ऑल्ड बाॅयज ऐसोसिएशन के सचिव भानुप्रताप सिंह सोलंकी, हुकुमराज सिंह, संस्थान के विभिन्न इकाइयों के प्रधान, अभिभावकगण, संकाय सदस्य एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत ने 75वें गणतन्त्र दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि भारत एक सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक और गणतन्त्रात्मक राष्ट्र है और यह 26 जनवरी का दिन हमारे आधारभूत सिद्धातों को अंगीकार करने का दिन है। भारत सतरंगी और साझी संस्कृति का प्रतीक है। भारत विश्व की जीवन्त सभ्यता और संस्कृति का देश है। यह दिन हमें अपने कर्तव्यों का अवलोकन करने का अवसर प्रदान करता है। भारत लोकतंत्र की मातृका है। किसी भी देश या संस्था के लिए संविधान सर्वोपरि होता है और बिना संविधान के किसी भी देश या संस्था का सुचारू संचालन संभव नहीं है। आज के इस पावन पर्व पर संविधान निर्माण में  जिन 15 महिलाओं ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उनका स्मरण करना भी गौरव की अनुभूति है। भारत के प्रत्येक व्यक्ति का यह दायित्व है कि वह संविधान के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करे। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जार्ज केनेडी और महात्मा गांधी के कथनों  को उद्धृत करते हुए कहा कि कर्तव्यों का पालन करना ही सर्वोपरि है। इस अवसर पर संस्थान की उपलब्धियों का स्मरण करते हुए 102 वर्ष की अनवरत शैक्षिक यात्रा पर संतोष व्यक्त करते हुए नए संकल्पों के साथ संस्थान को नई ऊंचाइयां प्राप्त करने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया व आगामी 25 वर्षों का रोड़ मेप भी बनाये जाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय व्यावहारिक अनुभवों और कौशल से युक्त शिक्षा का है। इसके साथ सही शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है। हमें विचारों को ग्रहण करने की क्षमता का विकास करना चाहिए। यदि हम भारत को विकसित देश के रूप में देखना चाहते हैं तो पहले हमें स्वयं को समग्र रूप में विकसित होना चाहिए। अध्यक्षीय उद्बोाधन देते हुए संस्थान के मंत्री डाॅ. महेन्द्र सिंह राठौड़ ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए और अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज से 74 वर्ष पहले यह संविधान लागू हुआ था। और तभी से भारत उन्नति के पथ पर निरन्तर अग्रसर है और भारत आज एक वैश्विक शक्ति के रूप में  अपनी पहचान रखता है। हमारा यह दायित्व है कि संविधान के दायरे में रह कर कार्य करते हुए देश के विकास में अपना योगदान करें। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा एन.सी.सी., खेलकूद एवं अकादमिक क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियां अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्रेष्ठ परेड करने वाली एन.सी.सी. टुकड़ियों एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में विजेता रहे दल को ट्राॅफी प्रदान की गई। एन.सी.सी. में जूनियर वर्ग में 10 राज आर्मी प्रथम व 01 राज नेवल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। सीनियर वर्ग में 10 राज आर्मी प्रथम 05 राज बी.एन. गर्ल्स बटालियर्न द्वितीय रहा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में जुनियर वर्ग में बी.एन. पब्लिक स्कूल प्रथम व बी.एन. सी.से. स्कूल द्वितीय रहा। सीनियर वर्ग मे बी.एन.आई.पी.एस. प्रथम व बी.एन.गर्ल्स काॅलेज, राजसमन्द द्वितीय रहा। संस्थान के प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़ ने अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया व धन्यवाद पारित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ अनीता राठौड़ एवं डॉ मनीषा शेखावत ने किया।संस्था गीत के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा हुई।


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