भीलवाड़ा । आजादी का अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रमों की श्रृंखला में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मुख्यालय माउंट आबू से भीलवाड़ा पहुंचे प्रशासक सेवा प्रभाग द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों के लिए प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए आध्यात्मिकता विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अभियान दल में आए हुए सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी राजयोगी बी.के. सीताराम मीणा ने अपने प्रशासनिक जीवन के अनुभव बताते हुए कहा कि प्रशासन में मानवीय मूल्यों और गुणों के आधार से कार्य होना अति आवश्यक है। दया, करुणा, सत्यता, ईमानदारी, अनुशासन, संवेदनशीलता, पारदर्शिता, सेवा भावना आदि उत्कृष्ट मूल्य हमारे कार्य व्यवहार व सोच में आने चाहियें।
उन्होंने कहा कि प्रशासन का बहुत समय और शक्ति, सांप्रदायिक माहौल को ठीक करने में चली जाती है। आध्यात्मिकता से जुड़कर मैंने यह जाना कि जो हम कहते हैं कि हम सब आपस में भाई-भाई हैं, आध्यात्मिकता के आधार से यह पूर्णतः सत्य है। जब हम आध्यात्मिक दृष्टिकोण रखते हैं तो सभी के प्रति स्नेह व अपनेपन की भावना रहती है तो उसका सकारात्मक प्रभाव हमारे आचरण और प्रशासन पर पड़ता है।
जालौर से पधारी हुई राजयोगिनी बी.के. रंजू बहन ने कहा कि हम खुद से प्यार करें, अपने जीवन से प्यार करें, अपनी दिनचर्या में सुधार लाएं, देने की भावना रखें, अपने संकल्प और वाणी में श्रेष्ठता लाएं, सकारात्मक सोचें तो यह महसूस करेंगे कि हमारे अंदर ऊर्जा आ रही है।
माउंट आबू से पधारे अभियान के संयोजक राजयोगी बी.के. हरीश भाई ने सभी को राजयोग मेडिटेशन सीखने के लिए प्रेरित किया और मुख्यालय माउंट आबू में आयोजित प्रशासक सेवा प्रभाग की कॉन्फ्रेंस में पधारने का निमंत्रण दिया। अलवर से आई हुई बी. के. अनुभा बहन ने राजयोग का अभ्यास कराया। बिजौलिया से पधारी हुई बी. के. रचना बहन ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया।
एडीएम प्रशासन डॉ राजेश गोयल ने कहा कि आध्यात्मिकता प्रत्येक इंसान के लिए आवश्यक है। प्रशासनिक दृष्टिकोण संवेदना का होना चाहिए। जो भी हमारे पास आए उसके प्रति हमारी भावना हमारे विचार देने के होने चाहियें।
एडीएम सिटी श्री उत्तम सिंह शेखावत ने आध्यात्मिक मार्गदर्शन हेतु अभियान दल का हार्दिक आभार व्यक्त किया। यूआईटी सेक्रेटरी श्री अजय आर्य ने आध्यात्मिक कार्यक्रम के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की।
इस दौरान समस्त जिला स्तरीय अधिकारी और कलेक्ट्रेट कर्मचारी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे।