भीलवाड़ा,संगम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज़ द्वारा "बेसिक और समकालीन बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) प्रथाओं" पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें संयोग व्यास, प्रोडक्ट हेड, लॉ प्रेप जुडिशियरी, ने विशेषज्ञ वक्ता के रूप में छात्रों को संबोधित किया। व्यास ने आईपीआर के मूल सिद्धांतों के साथ-साथ समकालीन कानूनी मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की, उन्होंने चंपक विवाद और वैभव सूर्यवंशी के अनुबंध की स्थिति जैसे चर्चित मामलों के माध्यम से छात्रों को व्यावहारिक उदाहरणों से अवगत कराया। कुलपति प्रो. (डॉ.) करुणेश सक्सेना ने कहा कि इस तरह के प्रयास कानून के विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान से जोड़ते हैं और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करते हैं। प्रो-वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) मानस रंजन पाणिग्रही ने इसे सीखने की प्रक्रिया को सीखने वाला सत्र बताते हुए छात्रों को विश्लेषणात्मक सोच विकसित करने की प्रेरणा दी। कुलसचिव प्रो. (डॉ.) राजीव मेहता ने भी ऐसे और सत्रों के आयोजन के लिए प्रोत्साहित किया। सत्र का आयोजन गौरव सक्सेना द्वारा किया गया तथा संचालन सुश्री वृंदा महेश्वरी ने किया।
इस अवसर पर सुमित आर्य (लॉ प्रेप जुडिशियरी) , डॉ. ओमप्रकाश सोमकुवर (उप डीन, स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज़), शशांक शेखर सिंह, आदित्य दाधीच , डॉ. सुनाक्षी शर्मा, वर्तिका मिश्रा, डॉ. विष्णुप्रिया दाधीच सहित स्कूल के अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।