उदयपुर, झीलों की नगरी उदयपुर में एफओजीएसआई ‘शार्प‘ वाइस प्रेसिडेंट कॉन्फ्रेंस 2025 का पीएमसीएच में प्री-कॉन्ग्रेस वर्कशॉप से आगाज हुआ। यह तीन दिवसीय सम्मेलन 13 जुलाई 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसका आयोजन उदयपुर ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी द्वारा किया गया है। इस सम्मेलन की थीम ‘सुरक्षा और स्वास्थ्य की विशेषताएँ अनुसंधान और रोकथाम के लिए‘ रखी गई है।
प्री-कॉन्ग्रेस वर्कशॉप का उद्घाटन भारतीय प्रसूति एवं स्त्री रोग सोसायटी संघ उदयपुर प्रेसिडेंट एवं आयोजन चेयरपर्सन डॉ.प्रकाश जैन,फॉगसी के कोषाध्यक्ष एवं आयोजन सचिव डॉ.निरंजन चव्हाण,पीएमसीएच के प्रिसिंपल डॉ.यू.एस.परिहार,स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष एवं प्री-कॉन्ग्रेस वर्कशॉप वर्कशॉप चेयरपर्सन डॉ.राजरानी शर्मा एवं पीएमसीएच आईवीएफ की साइंटिफिक डॉयरेक्टर डॉ.मनीषा वाजपेयी ने मॉ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन करके किया।
कार्यक्रम के इस अवसर पर प्री-कॉन्ग्रेस वर्कशॉप चेयरपर्सन डॉ.राजरानी शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि यह सम्मेलन केवल चिकित्सा तक सीमित नहीं है, यह एक ऐसा मंच है जहाँ युवा और अनुभवी चिकित्सक एक-दूसरे से सीखते हैं, विचारों का आदान-प्रदान करते हैं और नई दिशाओं की ओर बढ़ते हैं।
सम्मेलन की आयोजक चेयरपर्सन डॉ.कोमल एन.चव्हाण, सह-अध्यक्ष डॉ. प्रकाश जैन,आयोजन सचिव डॉ.निरंजन चव्हाण एवं डॉ.प्रदीप बंडवाल ने बताया कि यह सम्मेलन स्त्री एवं प्रसूति रोग के क्षेत्र में देशभर से आए विशेषज्ञों को एक मंच पर लाने का कार्य कर रहा है।
प्री-कॉन्ग्रेस वर्कशॉप में इनफर्टिलिटी, एमटीपी (गर्भसमापन), कॉस्मेटिक गायनेकॉलॉजी तथा वेजाइनल सर्जरी एवं गायनेकोलॉजी आदि विषयों पर सत्र आयोजित किए गए। कार्यशालाओं में देशभर के नामी चिकित्सकों ने हिस्सा लिया और प्रतिभागियों को नवीनतम तकनीकों और चिकित्सकीय प्रक्रियाओं की जानकारी दी।
कार्यशाला की चेयरपर्सन डॉ. राजरानी शर्मा के नेतृत्व में इन विषयों पर गहन चर्चा हुई। सत्रों में हिस्सा लेने वाले विशेषज्ञों में डॉ.सुनीता महेश्वरी, डॉ.आभा गुप्ता,डॉ.संचिता दशोरा,डॉ.मनीषा वाजपेयी,डॉ.मोनिका शर्मा, डॉ.रमा चुण्डावत,डॉ.स्मिता बरिया,डॉ.कोमल झंवर,डॉ.आंकाक्षा अग्रवाल,डॉ.रुचिता रांका,डॉ.रूचि जोशी सहित अन्य स्त्री रोग विशेषज्ञो ने शिरकत की।
इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य स्त्री रोग चिकित्सा के क्षेत्र में नवीन शोध और नीतियों को साझा कर चिकित्सा मानकों को और अधिक बेहतर बनाना है। सम्मेलन में पेपर प्रेजेंटेशन, वीडियो वर्कशॉप, पोस्टर सत्र आदि का आयोजन किया गया।