केरल के नये मुख्य सचिव डॉ विश्वास मेहता के लम्बे प्रशासनिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन में उनकी जीवन संगिनी धर्मपत्नी श्रीमती प्रीति मेहता का योगदान भी विशेष उल्लेखनीय रहा हैं।
प्रीति अपने जमाने के दिग्गज नेता तथा राजस्थान के तीन बार मुख्यमंत्री और असम एवं मेघालय के राज्यपाल रहे हरिदेव जोशी की पोती है।उनके पिता दिनेश जोशी भी यूथ काँग्रेस के वरिष्ठ नेता रहने के साथ ही राजस्थान स्वायत्तशासन संस्था के अध्यक्ष और बाँसवाड़ा नगरपालिकाध्यक्ष रहे हैं।
अपनी समृद्ध पारिवारिक पृष्टभूमि के साथ जब वह विश्वास के साथ विवाह बन्धन से बंधी तो केरल में उन्हें कई मुश्किलों से गुजरना पड़ा। वहाँ का खानपान,रहन सहन,आबोहवा और सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश उत्तर भारत से जुदा था । इसके पश्चात जब-जब विश्वास के दिल्ली उदयपुर और अन्य स्थानों पर ट्रान्सफ़र हुए तब भी कई तकलीफ़ें सामने आई।लेकिन प्रीति ने हर परिस्थिति में विश्वास का साथ दिया और उन्हें इस मुक़ाम तक पहुँचाने में पूरा साथ दिया।यूँ कहे प्रीति विश्वास की प्रीत और विश्वास प्रीति का विश्वासहैं तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी।दरअसल वे एक दूसरे के पूरक हैं।
प्रीति उच्च शिक्षा प्राप्त एक सुसंस्कृत और विरासत में मिले संस्कारों के कारण बहुत ही व्यवस्थित गृहणी है।उन्होंने कोई व्यवसाय या नौकरी करने के बजाय हमेशा अपने घर को सुव्यवस्थित करने को प्राथमिकता दी।हिंदी गुजराती मेवाड़ी और अंग्रेज़ी बोलने के साथ विश्वास की तरह उन्होंने मलयालम भी सीखी है। हालाँकि विश्वास तो केरल के मूल निवासियों से भी बढ़िया मलयालम बोलते है।दोनों एक मंच पर गाने की भी रियाज़ करते है।उनके दो पुत्र एकलव्य और ध्रुव मेहता क्रमश यू एस ए और दिल्ली में सेटल है।