अयोध्या, अयोध्या में श्री राम के जन्मस्थान पर बनने वाले भव्य मंदिर के पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन में 51 नदियों का जल और तीर्थस्थलों की मिट्टी उपयोग में लायी जायेगी । रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण को लेकर पांच अगस्त के भूमि पूजन के लिए लगातार डाक सेवा के माध्यम से विभिन्न प्रांतों से नदियों व पवित्र तीर्थो के जल व मिट्टी यहां आ रही है । वुछ संस्थायें कलश में भर कर जल और मिट्टी ला रहे हैं और रामजन्मभूमि ट्रस्ट के अघ्यक्ष नृत्य गोपाल दास को सौंप रहे हैं । राजधानी लखनऊ के ऐतिहासिक ऐशबाग की रामलीला की मिट्टी भी कल यहां आयी । तीन साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दशहरे के दिन यहां राम और लक्ष्मण का तिलक किया था । रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यांलय के अनुसार बुधवार तक आठ अलग-अलग सांगठनिक राज्यों से मिट्टी व जल यहां आया । इन राज्यों में मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक व बंगाल शामिल है। अब तक 51 नदियों व पवित्र तीर्थो की मिट्टी यहां पहुंच गयी है जिसे कार्यांलय में सुरक्षित रखा गया है ।