नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री डॉ हर्ष वर्धन ने कहा है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) को आईसोलेट करने में देश को कामयाबी मिली है लेकिन दिल्ली के निज़ामुद्दीन में संक्रमण की घटना कष्टदायक है।पूरी दुनिया के माहौल को देखते हुए इस प्रकार की घटना नहीं होनी चाहिए थी।उन्होंने कहा कि संक्रमण की जानकारी देने के लिए लोगों को खुद सामने आना चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा घोषित महामारी कोविड19 को लेकर भारत की तैयारियों पर दूरदर्शन को दिए एक साक्षात्कार में डॉ हर्ष वर्धन ने बताया कि आज भी हम कोरोना के स्टेज दो में हैं,वर्तमान में भारत में इस वायरस का कोई कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है।
चौबीस दवाइयों पर निगरानी
डॉ हर्ष वर्धन ने बताया कि कोविड19 के संकट को देखते हुए एक अप्रैल से 24 दवाओं पर निगरानी रखी जारही हैं। इन दवाओं की कीतम 10 प्रतिशत से अधिक नहीं बढ़ाई जा सकेंगी।
उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों की सलाह पर तय हुए मापदण्डों पर हम वैज्ञानिक ढंग से काम कर रहे हैं और इस महामारी पर भारत द्वारा उठाए गए कदम की विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों ने भी सराहना की है।
संसाधनों की कमी नहीं
डॉ हर्ष वर्धन ने बताया कि देश में संसाधनों की कमी नहीं है । राज्य सरकारों से हर दिन संपर्क किया जा रहा है। व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों पी पी ई किट,एन 95 मास्क पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।यदि भविष्य में अधिक मास्क,किट वेंटिलेटर, आईसीयू बेड आदि की आवश्यकता के लिए भी हम तैयार हैं।
उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, दुनिया में कोविड-19 से जुड़े मामले लाखों में हैं। भारत में पहला केस जनवरी में आया था।दो महीने बाद यह संख्या 1600 पार पहुंची है। भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में कोविड-19 के खिलाफ़ सबसे पहले लड़ाई शुरु की थी और हम इस ज़ंग को मजबूती से लड़ रहे हैं।
इधर स्वास्थ्य मन्त्रालय ने स्पष्ट किया है कि कोविड-19 संक्रमितों की वर्तमान वृद्धि राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण के फैलने की दर को नहीं दर्शाती है। संक्रमण में जो बढ़ोतरी हुई है उसमें मरकज की घटना प्रमुख वजह रही है।
स्वास्थ्य मन्त्रालय की तरफ से फिर कहा गया है कि कोविड 19 के संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन का पालन सुनिश्चित करना ही एकमात्र उपाय है। सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी के साथ मिल कर हर संभव प्रयास कर रही हैं।