GMCH STORIES

फोर्टिस एस्कॉट्र्स हार्ट इंस्टीट्यूट की भरतपुर में ओपीडी की शुरूआत

( Read 19234 Times)

28 Sep 18
Share |
Print This Page
फोर्टिस एस्कॉट्र्स हार्ट इंस्टीट्यूट की भरतपुर में ओपीडी की शुरूआत नई दिल्ली कार्डिएक विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान फोर्टिस एस्कॉट्र्स हार्ट इंस्टीट्यूट राष्ट्रीय राजधानी के अलावा दिल्ली-एनसीआर में मरीजों की सेवा कर रहा है और अब इस संस्थान ने अपनी चिकित्सा सेवाओं का विस्तार भरतपुर में भी किया है। भरतपुर के जिंदल सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में फोर्टिस एस्काट्र्स हार्ट इंस्टीच्यूट की कार्डिएक ओपीडी के शुरू होने से न केवल भरतपुर के स्थानीय निवासी बल्कि आसपास के इलाकों के लोग भी कार्डियक ओपीडी में कार्डियक बीमारियों की गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा का लाभ उठा सकेंगे। यह हर महीने के पहले और तीसरे बुधवार को जिंदल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आयोजित की जाएगी जिसमें भरतपुर के आसपास के मरीज कार्डिएक समस्याओं के बारे में चिकित्सकीय परामर्श कर सकेंगे। भरतपुर के आसपास के इलाकों में यह अपनी तरह की पहली हृदय चिकित्सा सेवा है और इसके शुरू हो जाने से अब इलाके के लोगों को दूर की यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी। विश्व हृदय दिवस के मौके पर फोर्टिस एस्कॉट्र्स हार्ट इंस्टीट्यूट की ओर से की गई यह पहल बेहद सराहनीय है। भरतपुर के अलावा, यह अभियान पूरे भारत में कई मंझोले एवं छोटे शहरों में भी शुरू किया गया है।
नई दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉट्र्स हार्ट इंस्टीट्यूट के कार्डियोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. शैलेंद्र भदौरिया का कहना है कि, ‘‘आंकड़े बताते हैं कि हमारे देश में मौत के ग्रास बनने वाले हर चौथे व्यक्ति की मौत दिल और इससे संबंधित बीमारियों से होती है। इन बीमारियों के होने का सबसे महत्वपूर्ण कारण हमारी अस्वास्थ्यकर जीवन शैली है। हम मुख्य रूप से खराब आहार संबंधी आदतों, स्थूल जीवन शैली और रोजमर्रे के जीवन में तनाव तथा काम के अधिक बोझ के कारण इन बीमारियों के शिकार बन रहे हैं।
यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि आधुनिक तकनीकों तथा सक्षम चिकित्सा व्यवस्था के बावजूद हमारे देश में काफी लोग मौत के शिकार बन रहे हैं, जिन कारणों का निवारण किया जा सकता है। यह आज और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि ये बीमारियों युवाओं और युवा पीढ़ी को भी अपना शिकार बनाने लगी है जो उत्पादक आयु समूह में हैं। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि अगर हम सुयोग्य विषेशज्ञ की निगरानी और दिशानिर्देश में समुचित और सही तरीके से प्रयास करें और हम अपनी जीवनशैली को समायोजित करें तो इन कारणों को रोका जा सकता है।
वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, विश्व हृदय दिवस के मौके पर फोर्टिस एस्कॉर्ट हार्ट ने देश भर में स्वास्थ्य शिविरों, जागरूकता शिविरों एवं ओपीडी का आयोजन करके शानदार पहल की है। यह महत्वपूर्ण कदम जागरूकता बढ़ाने में मददगार साबित होगा और इससे हमारे देश में हृदय संबंधी बीमारियों से होने वाली मौतों एवं विकलांगकता को कम किया जा सकेगा।
फोर्टिस एस्कॉट्र्स हार्ट इंस्टीट्यूट के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कौसर अली शाह ने कहा, ‘‘ऐसी सेवाएं प्रदान करके, हम दिल की समस्याओं की शुरुआती पहचान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने की उम्मीद कर रहे हैं जिसकी अनदेखी युवा लोग तब तक करते रहते है, जब तक कि इन समस्याओं के कारण उन्हें तकलीफ होने नहीं लगे। कार्डियक बीमारियां बढ़ रही हैं और ऐसे में हम विश्व हृदय दिवस के माध्यम से समाज को इस बारे में जागरूक बनाना चाहते हैं ताकि वे आवश्यक एहतियात बरत सकें और हृदय की बीमारियों को महामारी बनने से रोका जा सके। हमें युवा पीढ़ी में हृदय रोगों की रोकथाम के बारे में मरीजों और उनके परिवारों को जागरूक करने का भी मौका मिला है। एक समय था जब हृदय रोगों को केवल बुढ़ापे से जोड़ कर देखा जाता था लेकिन अब 20, 30 और 40 वर्ष के लोग अधिक से अधिक संख्या में दिल की बीमारियों से पीडि़त हो रहे हैं। आधुनिक जीवन के बढ़ते तनाव ने युवा लोगों को दिल की बीमारियों के खतरे में डाल दिया है।
जिंदल सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉ. लोकेश जिंदल (एमएस, एमसीएच (एम्स), डीएनबी, एमएनएएमएस) के अनुसार, ‘‘भरतपुर के लोगों के लिए यह एक बहुत अच्छी खबर है कि नियमित कार्डियोलॉजी सेवाएं हमारे दरवाजे पर उपलब्ध होंगी और लोगों को इन सेवाओं के लिए जयपुर, दिल्ली या आगरा जाने की जरूरत नहीं होगी। भरतपुर में ही हृदय रोगों के उपचार के लिए सभी प्रकार की आपातकालिक और नियमित चिकित्सा सेवाओं से पूरी तरह से सुसज्जित कार्डियक यूनिट जल्द ही उपलब्ध होगी और यह लोगों के जीवन को बचाने में कारगर साबित होगी।

Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Headlines , Health Plus
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like