कोटा. कोटा बैराज से की जा रही पानी की अथाह जल निकासी से बैराज के समानांतर बसी कई काॅलोनियां-बस्तियां जलमग्न हो गई। शनिवार को भी चंबल के कैचमेंट एरिया में लगातार भारी बारिश के चलते कोटा में बाढ़ के हालात बन गए है। चम्बल खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जलवे डूबी भर्तियों को देखने केेेे लोगों की भीड़ लगी रही । कोई अनहोनी ना हो इसलिए पुलिस की जगह जगह जगह के तैनात की हुई है जो स्थिति और नजर बनाए हुए । भीमगंजमंडी स्टेशन इलाके की काॅलोनियों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। भीमगंजमंडी थाना अधिकारी ने चम्बल के निचले इलाकों को खाली करवाने के लिए मुनादी करवा दी है। बाढ़ के हालात बनने पर जिला व पुलिस प्रशासन लोगों को घरों से निकालने में मुस्तैदी से जुटा है। गांवडी डूब में आने से लोगों को घरों से सुरक्षित निकालने के लिए आरएसी और पुलिस जवानों की टोली युद्धस्तर पर बचाव कार्य में जुटी है। जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल व शहर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव भी पुलिस जाब्ते के साथ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकालने के लगे हुए है। बड़ी मात्रा में बांध से छोड़े गए पानी ने तबाही मचा दी है। कई मवेशी डूब गए है। लोगों का रोजमर्रा का सामान भी तैरता नजर आ रहा है। इससे पहले 2006 में कोटा बैराज के 16 गेट खोलकर 4.80 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की गई थी।
दर्जनभर इलाके हुए जलमग्न
कोटा बैराज के 19 गेट खुलने से नयापुरा हरिजन बस्ती, करबला, चन्द्रघटा, दोस्तपुरा, बापू बस्ती, हनुमानगढ़ी, कुन्हाड़ी समेत एक दर्जन बस्तियां जलमग्न हो गई। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। बैराज का पानी बापू बस्ती में जा घुसा है। जिला कलक्टर ने संबंधित विभागों से प्रभावितों के लिए भोजन व पुनर्वास की व्यवस्था करने को कहा है।
हालात पर नजर
बैराज के एईएन देवेन्द्र अग्निहोत्री ने बताया कि अधीक्षण अभियंता अब्दुल अजीज अंसारी भी हालात पर नजर रखे हुए है। इसी प्रकार आरपीएस में चीफ राजीव चैधरी मौजूद है।
कई बस्तियों में बिजली बंद
केडीईएल ने जलभराव वाली बस्तियों में बिजली बंद कर दी है। नयापुरा स्थित हरिजन बस्ती, इस्माइल चैक पिछले दो दिन से अंधेरे में ही निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।