 
                        उदयपुर, उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर अमृत संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अजमेर मंडल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा ने यात्रियों एवं रेल कर्मचारियों से संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर उन्होंने रेलवे से संबंधित विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की और विशेष रूप से उदयपुर सिटी स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की जानकारी साझा की, जो तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
श्री भूतड़ा ने बताया कि यह पुनर्विकास परियोजना 304.08 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जा रही है और इसे अगस्त 2026 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि नए स्टेशन भवन का डिज़ाइन मेवाड़ की पारंपरिक स्थापत्य कला और आधुनिक तकनीक का सुंदर मिश्रण है। इसका अग्रभाग उदयपुर की विरासत इमारतों से मेल खाएगा और राजस्थान की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और लोकाचार को प्रदर्शित करेगा।
पुनर्विकसित स्टेशन को प्रतिदिन लगभग 40,000 यात्रियों की क्षमता के अनुरूप बनाया जा रहा है, जो वर्तमान क्षमता 16,465 यात्रियों से कहीं अधिक है। स्टेशन में 72 मीटर चौड़ा रूफ प्लाज़ा बनाया जा रहा है, जहाँ सभी यात्री सुविधाएँ एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। इस प्लाज़ा में खुदरा दुकानें, कैफेटेरिया और मनोरंजन की सुविधाएँ भी होंगी। यात्रियों की सुविधा के लिए कम से कम 1000 लोगों के बैठने की व्यवस्था, एक एक्ज़ीक्यूटिव लाउंज, पर्यटक सूचना केंद्र तथा आधुनिक फ़ूड कोर्ट का निर्माण भी किया जा रहा है।
स्टेशन की पहुँच शहर के दोनों ओर से होगी, जिसमें आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए जा रहे हैं, जिससे भीड़भाड़ से बचा जा सके। पुनर्विकास का कुल क्षेत्रफल 86,248 वर्ग मीटर है, जिसमें स्टेशन भवन, कार्यालय, सभागार, बेसमेंट, पार्किंग, प्लेटफ़ॉर्म और ट्रैक शेल्टर शामिल हैं। पश्चिम दिशा में जी+3 संरचना लगभग 5,989 वर्ग मीटर क्षेत्र में और पूर्व दिशा में जी+3 संरचना लगभग 5,824 वर्ग मीटर क्षेत्र में तैयार की जा रही है। इसके अलावा 9,710 वर्ग मीटर क्षेत्र में नए प्लेटफ़ॉर्म शेल्टर बनाए जा रहे हैं, जबकि यात्रियों के लिए 20 लिफ्ट और 26 एस्केलेटर की व्यवस्था की जा रही है।
268 मीटर लंबा स्काई वॉक पूर्व दिशा की इमारत को अजमेर छोर से जोड़ेगा। स्टेशन परिसर के दोनों ओर लगभग 10,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में पार्किंग सुविधा दी जा रही है, जिसमें बेसमेंट पार्किंग भी शामिल है। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए स्टेशन परिसर में 2,020 किलोवॉट सौर संयंत्र और वर्षा जल संचयन प्रणाली (2×250 केएलडी क्षमता) स्थापित की जा रही है।
स्टेशन की तीसरी मंजिल पर 900 वर्ग मीटर का फ़ूड कोर्ट, कॉन्कोर्स पर 560 वर्ग मीटर के खुदरा कियोस्क, दूसरी मंजिल पर 178 वर्ग मीटर का एक्ज़ीक्यूटिव लाउंज, तथा पूर्व भवन की तीसरी मंजिल पर यात्रियों के लिए पाँच विश्राम कक्ष बनाए जा रहे हैं। बेसमेंट सहित 10,360 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में पार्किंग की आधुनिक सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
मंडल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा ने कहा कि पुनर्विकसित उदयपुर सिटी स्टेशन विश्वस्तरीय यात्री सुविधाओं, आधुनिक डिजाइन और संस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनेगा। यह स्टेशन न केवल यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाएगा, बल्कि राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत और स्थापत्य कौशल का भी जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करेगा।