बांसवाड़ा, भारतीय विद्या मंदिर शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय एवं डॉ. नागेन्द्रसिंह विधि महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को स्वास्थ्य वार्ता का आयोजन किया गया।
इस मौके पर मुख्य वक्ता जिला आयुर्वेद विभाग के सहायक उपनिदेशक डॉ.घनश्याम भट्ट ने छात्र-छात्राओं को ’’ समदोष समाग्निश्च, समधातु मलक्रिया, प्रसन्नात्मा मनेन्द्रिय, स्वस्थ इत्याभिषियते’’ श्लोक के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि व्यक्ति को शारीरिक स्वच्छता के साथ आत्मा को स्वस्थ रखने की भी आवश्यकता है। डॉ. भट्ट ने योग नियम और आसन की जीवन में उपयोगिता को भी बताया साथ ही कहा कि आज के भागदौड़ वाली दिनचर्या में कुछ समय इन्हें भी दिया जाना चाहिए।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संस्थान सचिव श्रीमती निर्मला चेलावत ने बीएड प्रथम वर्ष सत्र 2019-20 के वनशाला शिविर के उद्घाटन की घोषणा करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि छात्र-छात्राएं एक सशक्त माध्यम हैं जो कि प्रत्येक विषय को सफलतापूर्वक समाज तक पहुंचाते हैं और उसे लागू करवाने में अपनी महती भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक छात्र-छात्राको चाहिए कि वे स्वयं प्रत्येक व्यसन को छोड़ें और आस-पड़ौस, सम्बन्धी, समाज को भी इस हेतु प्रेरित करें। उन्होंने नशा मुक्ति हेतु गांधीदर्शन और जैन दर्शन के विचारों को भी अंगीकार करने की आवश्यकता प्रतिपादित की और कहा कि वे अपने गांव, जिल, देश को स्वच्छ रखने में सहभागिता निभाएं।
कार्यक्रम के आरंभ में अतिथि परिचय तथा स्वागत भाषण बीएड प्राचार्य डॉ. विशाल उपाध्याय ने दिया। कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापिका सुश्री चित्रा काले ने किया जबकि आभार विधि महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. क्षेत्रपाल सिंह चौहान ने माना।