उदयपुर, 2 नवंबर। पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र उदयपुर द्वारा आयोजित मासिक नाट्य संध्या ‘रंगशाला’ के अंतर्गत रविवार को ‘द प्रपोजल’ नाटक का मंचन किया गया। दर्शकों से खचाखच भरे सभागार में इस प्रस्तुति को खूब सराहा गया।
पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र उदयपुर के निदेशक फ़ुरकान खान ने बताया की प्रति माह आयोजित होने वाली मासिक नाट्य संध्या रंगशाला के अंतर्गत अनंगारि थिएटर, बांसवाड़ा द्वारा ‘द प्रपोजल’ नाटक का मंचन रविवार को शिल्पग्राम उदयपुर स्थित दर्पण सभागार में किया गया। इस नाटक के लेखक प्रसिद्ध रूसी लेखक एंतोन चेखोव एवं निर्देशक नरेशपाल सिंह चौहान है। इस नाटक में नरेशपाल सिंह, जगन्नाथ तेली, अरूंधति कलिता, मनस्विनी, आद्यवीर, सूरज प्रताप सिंह, इंद्रजीत सिंह, कुलदीप सिंह, भूमि आदि ने भाग लिया।  
रंगमंच प्रेमियों ने केन्द्र की प्रशंसा की और ऐसे आयोजन करने के लिए धन्यवाद किया। अंत में सभी कलाकारों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में केन्द्र के उप निदेशक (कार्यक्रम) पवन अमरावत, सी.एल. सालवी सहित शहर के कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सिद्धांत भटनागर ने किया।
नाटक की कहानी -
यह नाटक अमीर परिवारों की अन्य अमीर परिवारों के साथ संबंध बनाने की प्रवृत्ति के बारे में है, ताकि आर्थिक दृष्टि से विवाहों को प्रोत्साहित करके अपनी संपत्ति का विस्तार किया जा सके। यह नाटक संवाद आधारित एक्शन और परिस्थितिजन्य हास्य है। यह नाटक एक युवक से शुरू होता है जो अपने पड़ोसी की बेटी के सामने शादी का प्रस्ताव रखता है। लड़की और लड़के के बीच गरमागरम बहस हो जाती है। फिर लड़की का पिता चर्चा में शामिल हो जाता है, जिससे मामला और बिगड़ जाता है। यह निर्णय लेने के बाद, वे इस बात पर बहस करते हैं कि किसका कुत्ता बेहतर है। प्रस्ताव का निष्कर्ष यह है कि यह दर्शाता है कि कैसे अमीर परिवारों का लालच उनके विवादों के बावजूद उनकी संपत्ति बढ़ाने के इरादे से उनके बच्चों को अमीर परिवारों से शादी करने के लिए मजबूर करता है। तीन लोगों का जीवन धन को लेकर सुलझने वाले विवाद के इर्द-गिर्द घूमता है।